मोतिहारी (MOTIHARI) : बिहार में शराब बंदी के बावजूद शराब की तस्करी और शराब से हुए मौत की खबरें सामने आती रहती है. हाल ही में मोतिहारी में जहरीली शराब के सेवन से 41 लोगों की मौत हो गई. इस घटना ने बिहार में हड़कम मचा दिया. जिसके बाद नितीश सरकार के शराब बंदी कानून पर कई प्रश्न चिन्ह खड़े हो गए. वही घटना के छः दिन बाद मध्य निषेद मंत्री सुनील कुमार प्रोटोकॉल का निर्वहन करने आए, मगर आश्चर्य की बात तो यह है कि मंत्री ने पीड़ित परिवारों से मिलना जरूरी नही समझा. मंत्री ने अधिकारियो के साथ बैठक की और दुःख जताने के बजाए केसरिया में मंच पर फूलों का माला पहन खुश होते दिखे. उनके चेहरे पर 41 लोगो के मौत का सिकन भी नहीं था. यही नहीं इफ्तार पार्टी में शामिल होकर मंत्री ने लजीज पकवान का टेस्ट लिया. एक तरफ जहां शराब मामले में परिवारों के घर का कामने वाला मौत के घाट उतर गया और उसके घर में दो वक्त का भोजन तक नहीं है वही मंत्री जी के आगे लजीज व्यंजनों की थाली का आनंद लेना निंदनीय है.
शराब से मौत मामले में दिया जवाब
इन सब के बीज मध्य निषेद व् जिले के प्रभारी मंत्री सुनील कुमार को अपने प्रोटोकॉल का ख्याल आया तो उन्होंने अधिकारियो के साथ एक मीटिंग कर लिया. इस मीटिंग से मीडिया को दूर रखा गया था. मीटिंग के बाद मंत्री बाहर निकलते हुए मिडिया ने उन्हें घेर कर शराब में हुए मौत मामले में सवाल पूछा जिसमे मंत्री सुनील कुमार ने जवाब देते हुए कहा कि इस मामले की समीक्षा की गई है, और दोषियों को चिन्हींत कर स्पीडी ट्रायल के तहत सजा दिलाया जाएगा.
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