पटना(PATNA): बिहार में शराबबंदी कानून को लेकर नीतीश कुमार लगातार अपनों के निशाने पर हैं. अब जीतन राम मांझी ने बिहार में शराबबंदी का गुजरात मॉडल लागू करने की मांग की है, जिस पर नीतीश कुमार ने उनसे जवाब तलब करने की बात कही है. बिहार में शराबबंदी का गुजरात मॉडल लागू होना चाहिए. दरअसल बिहार में शराबबंदी कानून की लगातार उड़ रही धज्जियां के बाद से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार अपनों के निशाने पर हैं. जहरीली शराब पीकर मरे लोगों के परिजनों को मुआवजे की मांग को लेकर नीतीश कुमार अलग-थलग से पड़ गए थे, तो अब महागठबंधन के सहयोगी पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बिहार में शराबबंदी का गुजरात मॉडल लागू करने की मांग कर डाली है. हालांकी जीतन राम मांझी लगातार शराबबंदी की समीक्षा करने की मांग करते रहे हैं. लेकिन इस बार उनके गुजरात मॉडल वाले बयान पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उन्हें कुछ पता नहीं है उन्होंने ऐसा क्यों कहा है मैं खुद उन्हें मुख्यमंत्री आवास में बुलाकर जवाब तलब करूंगा.
भाजपा के निशाने पर लगातार रहे नीतीश
वहीं दूसरी तरफ शराबबंदी कानून को लेकर जो भारतीय जनता पार्टी लगातार सदन से लेकर सड़क तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर है. उसे जीतन राम मांझी के इस बयान के रूप में नीतीश कुमार पर हमला बोलने का एक नया हथियार मिल गया है. बिहार में सारण के मशरक में जहरीली शराब पीने से लगभग 80 लोगों की मौत हो गई थी .उसके बाद से ही बिहार में शराबबंदी कानून की समीक्षा की मांग हो रही है. विपक्ष और पक्ष सभी सर्वदलीय बैठक की मांग कर रहे हैं. जबकि नीतीश कुमार शराबबंदी कानून पर रत्ती भर भी चर्चा के पक्ष में नहीं हैं. उन्होंने सदन में भी दो टूक कह दिया जो पीयेगा वह मरेगा.
4+