टीएनपी डेस्क: बिहार में बुधवार को 9 जगहों पर NIA की ताबड़तोड़ छापेमारी हुई. ये छापेमारी नक्सलवाद से जुड़े एक मामले में की गई है. जांच एजेंसी ने इस कार्रवाई में CPI (माओवादी) के जोनल कमेटी सदस्य बिहारी पासवान उर्फ राकेश ऋषिकेश को गिरफ्तार किया है.
बिहार में कुल 9 जगहों पर NIA ने मारा छापा
बिहारी पासवान एक वांछित आरोपी हैं. इसके खिलाफ खगड़िया बेगुसराय और बिहार के अन्य जिलों में IPC, UAP ACT और CLA अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत कई मामला दर्ज है. NIA की टीम ने बेगुसराय जिले में 7 और गया जिले में 2 सहित कुल नौ स्थानों की तलाशी ली. जिसमें कई मोबाइल फोन, सिम कार्ड और आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए. गिरफ्तार शीर्ष नेताओं/कमांडरों के सहयोगियों, ओडब्ल्यूजी संदिग्धों और CPI (माओवादी) के समर्थकों/सहानुभूति रखने वालों के घरों में तलाशी ली गई. अब बिहारी पासवान से पूछताछ के बाद इस मामले में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी सामने आ सकती है.
यह मामला गया के टेकारी थाने में दो शीर्ष CPI (माओवादी) नेताओं की गिरफ्तारी से सामने आया था. पिछले साल NIA ने 31 अगस्त 2023 को तीन सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. प्रतिबंधित संगठन के सदस्य की पहचान प्रमोद मिश्रा उर्फ सोहन दा पोलित ब्यूरो सदस्य अनिल यादव के रूप में की गई है. अंकुश, सब-जोनल कमेटी सदस्य और विनोद मिश्रा, CPI (माओवादी) से सहानुभूति रखने वाले है. तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया था और फिलहाल वे पटना के बेउर जेल में बंद हैं. ये लोग CPI (माओवादी) को पुनर्जीवित करने और मजबूत करने की साजिश में सक्रिय रूप से शामिल पाए गए थे और उक्त उद्देश्य के लिए कैडरों की भर्ती और लेवी इकट्ठा करने की प्रक्रिया में थे. NIA ने इसी साल फरवरी में प्रमोद मिश्रा और अनिल यादव के खिलाफ पटना की विशेष अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया था.
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