पटना(PATNA): बिहार में बीपीएससी का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है, एक तरफ जहां री-एग्जाम की मांग को लेकर अभ्यर्थी अड़े हुए है, तो वहीं सरकार ने सब कुछ आयोग के मत्थे मढ़कर अपना पल्ला झाड़ लिया है. वहीं अब BPSC अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज ने राजनीतिक नेताओं के साथ आम जनता और कलाकारों को भी झकझोर दिया है. लोक गायिका नेहा सिंह राठौर ने इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी है, उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर बिहार सरकार और आम जनता दोनों पर तीखा सवाल उठाया है. नेहा ने कहा है कि जिस बेरहमी से बिहार सरकार युवाओं को पीट रही है, उससे ज्यादा दुखद यह है कि बिहार की आम जनता इस अन्याय पर चुप है. कोई अपने बच्चों को इस तरह मार खाते देखकर चुप कैसे रह सकता है? क्या नौकरी मांगना गुनाह है? क्या रोजगार के लिए संघर्ष करना इतना बड़ा अपराध है कि पढ़े-लिखे लड़के-लड़कियों को अपराधियों की तरह सड़कों पर पीटा जाए?.
लोगों से छात्रों के समर्थन में आने की अपील की
नेहा सिंह राठौर ने यह भी कहा कि अभिभावकों को अपने बच्चों के साथ खड़ा होना चाहिए. अगर आप उनके आंदोलन में शामिल नहीं हो सकते, तो कम से कम सत्ता में बैठी उस पार्टी को सबक सिखाइए, जो आपके बच्चों पर अत्याचार कर रही है. नेहा ने बिहार सरकार पर युवाओं के प्रति संवेदनहीनता का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार को लगता है कि जाति और धर्म के मुद्दे उठाकर वह चुनाव जीत जाएगी, लेकिन युवाओं की इस पीड़ा का हिसाब जरूर देना पड़ेगा.
नौकरी मांगना इतना बड़ा अपराध है-नेहा सिंह राठौर
वहीं नेहा ने बिहार में बेरोजगारी और भ्रष्टाचार की समस्या पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि जब वे इन मुद्दों पर बात करती हैं, तो इसे बिहार का अपमान कहा जाता है, लेकिन आज, जब सरकार युवाओं को सड़कों पर पीट रही है, तो कोई इसे बिहार का अपमान क्यों नहीं मान रहा? BPSC अभ्यर्थी लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. वे परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता और अन्य सुधारों की मांग कर रहे हैं, लेकिन हाल ही में पटना में हुए प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया, जिससे कई अभ्यर्थी घायल हो गए.
राजनीति के बाद सामाजिक मुद्दा बना बीपीएससी
नेहा सिंह राठौर ने बिहार की जनता से अपील की है कि वे युवाओं के साथ खड़े हों. "हर वह शख्स जो चुप है, वह बिहार के युवाओं के अपमान का जिम्मेदार है. BPSC अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज का मामला अब सामाजिक और राजनीतिक मुद्दा बन गया है. नेहा सिंह राठौर जैसे कलाकारों की आवाज इस मुद्दे को और भी गंभीर बना रही है. अब देखना यह है कि सरकार और जनता इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है.
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