गोपालगंज(GOPALGANJ):बिहार के गोपालगंज में लोगों ने जर्जर सड़क के विरोध में अनोखा प्रदर्शन किया.जहां हथुआ प्रखंड स्थित चैनपुर गांव में मतदाताओं ने ढोल-नगाड़ों के साथ प्रदर्शन किया.इस दौरान ग्रामीणों ने रोड नहीं तो वोट नहीं के तहत प्रदर्शन करते हुए अपनी आवाज बुलंद की. वहीं ग्रामीणों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन की सूचना पाकर पहुंचे सीओ भोवेन्द्र यादव, हथुआ इंस्पेक्टर राजेश कुमार चौधरी ने ग्रामीणों को समझा कर मामले को शांत कराया.
ग्रामीणों का आरोप था कि अंग्रेजों के जमाने से सड़क जर्जर स्थिति में है
दरअसल विरोध प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों का आरोप था कि अंग्रेजों के जमाने से सड़क जर्जर स्थिति में है. चुनाव के समय प्रत्याशी सड़क बनाने का आश्वासन देते है,लेकिन सड़क बनाने की दिशा में कोई पहल नहीं की जाती है. इसी जर्जर सड़क पर लोग चलने को मजबूर है. आक्रोशित ग्रामीणों का कहना था कि आजादी के बाद से चैनपुर गांव को उपेक्षित नजरों से देखा जा रहा है.वहीं मौके पर उपस्थित सीओ और इंस्पेक्टर ने आक्रोशित लोगों को समझाने का घंटों प्रयास किया लेकिन ग्रामीण मानने को तैयार नहीं थे.
चैनपुर गांव के ग्रामीणों को आज भी सुलभ सड़क नहीं मिला
ग्रामीणों ने बताया कि वर्तमान मुखिया ने अपर मुख्य सचिव पथ एवं निर्माण विभाग को पत्र लिखकर अवगत कराया था लेकिन अभी तक इस समस्या से निजात नहीं मिला.वही विधायक, एमपी और राजनेता चैनपुर गांव की अपेक्षित नजरों से देखा करते हैं. जिसकी वजह से आज भी चैनपुर के ग्रामीण मतदाता नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं.पांच हजार से अधिक जनसंख्या लिए चैनपुर गांव के ग्रामीणों को आज भी सुलभ सड़क अपने प्रखंड मुख्यालय या जिला मुख्यालय तक जाने के लिए नहीं है. चैनपुर गांव के दक्षिण सीवान जिले का सीमावर्ती क्षेत्र पड़ता है, जो तीन किलोमीटर में गांव की आबादी है. गांव के दक्षिणी छोर से लेकर पचफेड़ा पंचायत के सिहोरवां उत्तर नहर पुल तक लगभग 5 किलोमीटर सड़क के हालत बदत्तर है.
4+