बक्सर(BUXER):बक्सर जिले में शराब तस्करी रोकने गई उत्पाद विभाग की टीम पर तस्करों ने हमला कर सनसनी फैला दी.संघमित्रा एक्सप्रेस में सवार होकर तस्करों को पकड़ने गई टीम पर महरौरा के पास अचानक पथराव किया गया. इस घटना में सौभाग्य से कोई पुलिसकर्मी घायल नहीं हुआ, लेकिन ट्रेन यात्रियों में दहशत फैल गई.
गुप्त सूचना पर ट्रेन में सवार हुई थी उत्पाद विभाग की टीम
उत्पाद निरीक्षक प्रिया कुमारी के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम को सूचना मिली थी कि संघमित्रा एक्सप्रेस से शराब की बड़ी खेप तस्करी की जा रही है.टीम ने बक्सर से ट्रेन में सवार होकर तस्करों को पकड़ने की योजना बनाई थी.लेकिन जैसे ही तस्करों को पुलिस की मौजूदगी का अंदेशा हुआ, उन्होंने तुरंत चेन पुलिंग कर ट्रेन रोक दी और जबरदस्ती नीचे कूदकर भागने लगे.
ट्रेन खुलते ही तस्करों ने किया पथराव
ट्रेन दोबारा आगे बढ़ी ही थी कि पटरियों के किनारे आधा दर्जन से अधिक तस्कर पहले से मौजूद मिले. उन्होंने अचानक उत्पाद विभाग की टीम पर पथराव शुरू कर दिया.टीम ने ट्रेन के अंदर ही खुद को सुरक्षित रखा और बाहर उतरकर पीछा करने से परहेज किया, जिससे कोई भी पुलिसकर्मी घायल होने से बच गया.
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
ट्रेन के अंदर से कुछ यात्री घटना का वीडियो बना रहे थे.तस्करों ने उनमें से कुछ लोगों को भी पीटने की कोशिश की.एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है जिसमें कुछ लोग पटरियों पर हाथ में पत्थर लिए दिखाई देते है.
डुमरांव स्टेशन पहुँचने के बाद पुलिस पहुँची मौके पर
ट्रेन के डुमरांव स्टेशन पहुँचने पर उत्पाद विभाग की टीम ने फिर से घटनास्थल का दौरा किया, लेकिन तस्कर तब तक फरार हो चुके थे.ट्रेन की तलाशी के दौरान एक बैग में शराब की बोतलें बरामद हुई.हालांकि उनकी मात्रा और ब्रांड की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.उत्पाद अधीक्षक अशरफ जमाल ने बताया कि तस्करों को पहले से सूचना लीक होने की आशंका है. उन्होंने कहा तस्करों ने गिरफ्तारी से बचने के लिए पूरी योजना बनाकर ट्रेन रोकने और पथराव की घटना को अंजाम दिया. उनकी पहचान कर गिरफ्तारी के प्रयास जारी है.आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक कुंदन कुमार ने कहा कि सूचना मिली है कि कुछ तस्कर चेन पुलिंग कर भागे थे. उन्होंने सक्रिय रूप से पथराव नहीं किया, लेकिन हाथ में पत्थर जरूर लिए हुए थे.इस बयान ने घटना के स्वरूप को लेकर अलग-अलग दृष्टिकोण को जन्म दिया है.
घटना किसी संगठित शराब तस्करी गिरोह से जुड़ी हो सकती है
उत्पाद विभाग और पुलिस स्टेशन व आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे है.अधिकारियों का मानना है कि यह घटना किसी संगठित शराब तस्करी गिरोह से जुड़ी हो सकती है.पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तस्करों की पहचान कर एफआईआर दर्ज कर ली है. जल्द ही इस गिरोह पर शिकंजा कसने की उम्मीद है.
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