चतरा ( CHATRA) : लोग अपनी आर्थिक तंगी के कारण लोन लेते हैं ताकि जहां उनके किसी कार्य में जो भी अटकलें आ रही हो उसे वह लोन के सहारे पूरा कर पाए. यह लोन लोगों को उनके कई समस्याओं के हल के रूप में दिया जाता है. मगर इस लोन ने एक परिवार की जिंदगी उजाड़ दी. एक नाबालिग ने इस लोन के चक्कर में अपनी जान ले ली है. यह मामला चतरा का है. इस नाबालिग बच्ची ने 585 रुपए के लिए जहर खा ली और मौत को गले लगा लिया.
घर पर पैसे वसूलने आए थे लोग
इस घटना के बारे में बताया जा रहा है कि लड़की के भाई द्वारा माइक्रोफाइनेंस कंपनी से लोन लिया गया था लोन की कीमत तकरीबन 25 हजार रुपए थी. हर महीने मासिक भुगतान किया जाना था. जिसे लेकर कंपनी के कर्मचारी लड़की के परिवार सहित ग्रामीणों से किस्त वसूलने के लिए गांव आए थे. उस वक्त घर पर भाई के नहीं होने के वजह से परिवार वाले भुगतान नहीं कर सके. मगर उसके कुछ दिन बाद लड़की स्वयं कंपनी के कार्यालय में पैसे भरने गई मगर वहां उसके साथ कुछ ऐसा हुआ जिससे आहत होकर उसने अपनी जान ले ली.
लड़की ने की आत्महत्या
जब लड़की स्वयं कार्यालय पैसे जमा करने पहुंची तो वहां मौजूद कर्मचारियों में एक कर्मचारी ने काफी बदसलूकी से उस लड़की के साथ व्यवहार किया. उसने अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करते हुए लड़की को काफी खड़ी खोटी सुनाई. इसके बाद लड़की को यह बात इतनी बुरी लगी कि घर लौटने के बाद उसने जहर खा लिया. आनन- फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया मगर गंभीर स्थिति को देखते हुए अस्पताल वालों ने उसे रेफर कर दिया.जहां दूसरे अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया.
पुलिस ने शुरू की जांच
इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. चतरा के उपमंडलीय पुलिस अधिकारी अविनाश कुमार ने कहा है कि फिलहाल, लड़की के परिवार की ओर से कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है और पुलिस आगे की कार्रवाई के लिए उनकी औपचारिक शिकायत का इंतजार कर रही है. जिसके बाद पुलिस उचित कार्रवाई करेगी.
4+