पटना(PATNA): समान काम के बदले समान वेतन के साथ नियमित काम की मांग को लेकर आज पटना की सड़कों पर आंगनबाड़ी सेविकाओं की ओर से किये जा रहे प्रदर्शन के बाद पुलिस ने इनपर लाठी चार्ज किया. शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन सदन में काफी हंगामा देखने को मिला. विधान परिषद की कार्यवाही 1 बजे के बाद शुरू होते ही बीजेपी नेताओं ने परिषद के अंदर जमकर हंगामा किया.
आंगनबाड़ी सेविका पर की गई लाठीचार्ज पर सभापति ने सरकार से मांगा जवाब
इस बीच बीजेपी नेताओं की ओर से उठाए गए सवाल को लेकर सभापति ने सरकार से जवाब मांगा, तो सरकार की तरफ से कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने सदन के अंदर पुलिस द्वारा आंगनबाड़ी सेविकाओं पर की गई लाठीचार्ज को लेकर जवाब दिया. कृषि मंत्री ने कहा कि प्रशासन के लोगों ने आंगनबाड़ी सेविकाओं पर लाठी चार्ज नहीं किया गया है.इस इलाके में धारा 144 लागू है. आंगनबाड़ी सेविका की संख्या अधिक थी. जिसकी वजह से पुलिस ने उन्हें वहां से हटने के लिए ये कदम उठाया. आंगनबाड़ी सेविका जब वहां से नहीं हटीं, तो पुलिस ने उनपर पानी की बौछार की.
सरकार की जवाब से असंतुष्ट बीजेपी ने उठाया ये सवाल
वहीं बीजेपी के नेता सरकार के जवाब से संतुष्ट नहीं दिखे. वो सदन के अंदर हंगामा करते रहे. बीजेपी की ओर से किए जा रहे हंगामा को लेकर सभापति देवेशचंद्र ठाकुर सदन की कार्रवाई स्थगित कर दी. बीजेपी के इस हंगामे को लेकर जदयू नेता नीरज कुमार ने पलटवार किया उन्होंने कहा कि हमारी सरकार अपने कर्मचारियों को बखूबी ध्यान देती है. समय-समय पर उनका वेतन में वृद्धि की है, और आंगनबाड़ी सेविकाओं के वेतन में वृद्धि के साथ मानदेय बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार से भी अनुरोध किया, लेकिन केंद्र सरकार ने अभी तक आंगनबाड़ी सेविकाओं कोई काम नहीं किया. वहीं जदयू की ओर से लगाए जा रहे आरोप पर बीजेपी ने पटवार किया, संजय मयूख ने कहा कि हम जदयू के नेताओं से जानना चाहते हैं कि आज पटना में महिलाओं पर लाठी चार्ज क्यों की गई. आज जिस तरह से पटना की सड़कों पर महिलाओं को पुलिस ने वेतर्तिभ की तरह पीटा गया. जेडीयू के नेता को जवाब देना चाहिए
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