सहरसा(SARHASA): कहते हैं ना अगर प्यार सच्चा हो तो दूरियां मायने नहीं रखती, ऐसा ही कुछ हुआ बिहार के सहरसा ज़िले के चैतन्य और जर्मनी की मार्था के साथ. दरअसल, पढ़ाई के दौरान दोनों में नज़दीकियां बढ़ गई, उसके बाद प्यार हुआ और फिर दोनों ने एक दूसरे के साथ जीवन भर का साथ निभाने का मन बना लिया. दोनों ने शादी का प्रस्ताव रखा परिवारवालों ने स्वीकार कर लिया और मिथिला रीति रिवाज से शादी हुई और दोनों एक दूसरे के हो गए. बता दें कि मार्था(दुल्हन) की मां पोलैंड की रहने वाली है वो भी अपनी बेटी की शादी में आई थी.
हिंदू रीति रिवाज से हुई शादी
इस शादी की चर्चा पूरे इलाके में है. शादी सहरसा ज़िले के पटुआहा के आमगाची जगह से पूरे हिंदू रीति रिवाज से हुई. वहीं, शादी के वक्त दुल्हन ने ये भी वादा किया वो दो से तीन महीनों में हिंदी सीख लेगी. बता दें कि दुल्हन को आठ भाषाएं आती है. दरअसल, चैतन्य और मार्था दोनों जर्मनी में पढ़ाई करते थे और वहां दोनों के बीच दोस्ती हुई थी. दोनों ही जर्मनी में पीएचडी कर रहे थे.
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