TNP DESK: बिहार में राजनीतिक अटकलों के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहली प्रतिक्रिया गुरुवार को आई है. राजद प्रमुख लालू प्रसाद के बयान के बाद यह उनकी पहली प्रतिक्रिया है. उन्होंने लालू प्रसाद के ऑफर को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि -क्या बोल रहे हैं -छोड़िए ना! दरअसल, राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के शपथ ग्रहण समारोह के बाद जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल किया गया , तो मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या बोल रहे हैं -छोड़िए ना! एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में लालू प्रसाद ने कहा था कि उनके दरवाजा नीतीश कुमार के लिए खुले हैं और वह जब चाहे, साथ आ सकते है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने पिता के बयान पर कहा कि आप(मीडिया ) उनसे यह पूछते रहते हैं- तो वह क्या कहेंगे. ऐसा उन्होंने सभी को शांत करने के लिए कहा है. बीते कई दिनों से नीतीश कुमार पर तेजस्वी यादव हमलावर है.
एनडीए नेताओं ने भी लालू यादव के बयान पर तंज कसा है
एनडीए नेताओं ने भी लालू यादव के बयान पर तंज कसा है. डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा है कि नीतीश कुमार तो लालू यादव की नस-नस जानते है. श्रम संसाधन मंत्री ने कहा कि लालू यादव मुंगेरीलाल के सपने देख रहे है. उनके ऑफर का सीएम नीतीश कुमार पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है. जदयू नेता और बिहार सरकार के मंत्री महेश्वर हजारी ने लालू प्रसाद के ऑफर पर बड़ा और गहरा बयान दे दिया है. गुरुवार को पटना में सूचना एवं प्रसारण मंत्री महेश्वर हजारी मीडिया से बात करते हुए कुछ ऐसी बात कह दी है. मौका था राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के शपथ ग्रहण समारोह का. पत्रकारों ने जब उनसे लालू प्रसाद के ऑफर को लेकर सवाल किया, तो जवाब में उन्होंने कहा कि राजनीति संभावनाओं का खेल है.
राजनीति में कोई स्थाई दोस्त या दुश्मन नहीं होता
राजनीति में कोई स्थाई दोस्त या दुश्मन नहीं होता. बोलने के लिए चाहे कोई कुछ बोल ले, लेकिन यह स्वाभाविक है कि राजनीति में दोस्त और दुश्मन नहीं होते. हालांकि उन्होंने दावा किया कि एनडीए पूरी तरह से एकजुट है. लेकिन यह नहीं कहा कि लालू प्रसाद के ऑफर को वह या उनकी पार्टी ठुकरा रही है. इधर, कांग्रेस नेता शकील अहमद खान ने भी लालू यादव के ऑफर में थोड़ा मिर्च मसाला डाल दिया. उन्होंने कह दिया कि नीतीश कुमार गांधीवादी नेता है. उनके टेबल पर गांधी जी के सात उपदेश लगे है. अगर वह छोड़कर आते हैं, तो उनके साथ काम करने में कोई परेशानी नहीं है. उनके साथ मिलकर सरकार चलाई जा सकती है. हालांकि तेजस्वी यादव के विचार कुछ अलग है. उनका कहना है कि नीतीश कुमार के लिए राजद के सभी दरवाजे बंद है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
4+