भागलपुर(BHAGALPUR):बिहार में इन दिनों पूलों के ध्वस्त होने और पानी में बहने की बात कोई नई नहीं रह गई है, यहां रोजाना किसी ना किसी जिले से पूल धंसने की खबर आती ही है, जिसको सुनने की लोगों की आदत हो गई है.ताजा मामला भागलपुर जिले का है.जहां सुलतानगंज-अगुवानी गंगा नदी पर बन रहा निर्माणाधीन फोरलेन पुल तीसरी बार गंगा नदी में ध्वस्त हो गिर गया. सुल्तानगंज से अगुवानी घाट की तरफ से नौ और दस नंबर के बीच का हिस्सा गंगा नदी में समा गया.इस महासेतु का निर्माण एसपी सिंगला कंपनी द्वारा किया जा रहा है. भागलपुर जिले के सुल्तानगंज में बन रहा यह पुल खगड़िया और भागलपुर जिलों को जोड़ने के लिए बनाया जा रहा है.
2023 में भी हुआ था हादसा
आपको बताये कि पहले भी चार जून 2023 को सुलतानगंज-अगुवानी गंगा नदी पर बन रहा निर्माणाधीन फोरलेन पुल जमींदोज हो गया था. निर्माणाधीन पुल का सुपर स्ट्रक्चर नदी में गिर गया था. वहीं पुल पर ड्यूटी कर रहे दो गार्ड भी हादसे के बाद से लापता हो गए थे. उस वक्त अगुवानी के तरफ से पुल के पाया नंबर 10,11,12 के ऊपर का पूरा सुपर स्ट्रक्चर गिर गया था.जो लगभग 200 मीटर का हिस्सा होगा.
निर्माण पूरा होने से पहले ही तीन बार गिर चुका है पूल
वहीं आपको बताये कि उसके पहले 27 अप्रैल 2022 को इस निर्माणाधीन पुल का सुपर स्ट्रक्चर नदी में गिर गया था. तेज आंधी और बारिश में करीब 100 फीट लंबा हिस्सा भरभराकर जमीन में गिर गया था. हालांकि, उस वक्त जानमाल को क्षति नहीं पहुंची थी.इसके बाद पुल निर्माण का काम फिर शुरू हुआ.इस बार करीब 80 प्रतिशत काम सुपर स्ट्रक्चर का पूरा हो गया था। इतना ही नहीं अप्रोच रोड का काम भी 45 फीसदी पूरा कर लिया गया है. इस पुल को उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाली बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना माना जाता है. इस परियोजना का आरंभिक मूल्यांकन 1710.77 करोड़ किया गया था.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा 23 फरवरी 2014 को इसका शिलान्यास किया गया था.इस पुल तथा सड़क निर्माण से एनएच 31 तथा एनएच 80 आपस में जुड़ जाएंगे.बता दें कि इस पुल की लंबाई 3.160 किलोमीटर है,जबकि एप्रोच पथ की कुल लंबाई करीब 25 किलोमीटर है.
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