कटिहार(KATIHAR):आज हम 21वीं सदी में जी रहे है, आज हमारा देश चांद तक पहुंच चुका है. जिसकी वजह से पूरे विश्व में हमारे देश का सम्मान बढ़ा है, लेकिन आज भी देश के ग्रामीण इलाकों में लोग आज से 50 साल पुरानी जिंदगी जी रहे है. इसके पीछे शिक्षा की कमी है. जिसकी वजह से ये आज भी बेतुका परंपरागत बातों पर विश्ववास करते है, जो कभी-कभी जानलेवा साबित होती है. बिहार के कटिहार जिले से एक ऐसी ही खबर सामने आई है. जहां जागरुकता की कमी के वजह से एक मजदूर की जान चली गई.
सांप काटने पर जिंदा सांप के साथ अस्पताल पहुंचा मजदूर
दरअसल पूरी खबर कटिहार के आजमनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत आलमपुर गांव की है. जहां मजदूरी करने के दौरान एक मजदूर को सांप ने काट लिया. जिसके बाद घायल युवक ने सांप को पकड़ लिया और उसे लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच गया. मजदूर को सांप के साथ देखकर डाक्टर के साथ मरीजों में हडकंप मच गया, लेकिन अस्पताल में इलाज के दौरान युवक अस्पताल से भागकर नीम हकीम बाबा के पास पहुंच गया. जहां युवक को घंटों तक हकीम बाबा नीम के पत्ते से झाड़ते रहे, लेकिन युवक की हालत में बिल्कुल सुधार नहीं हुआ. जब युवक की हालत बिगड़ने लगी तो परिजन उसे लेकर आनन फानन में अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां इलाज में देरी होने की वजह से युवक की मौत हो गई.
पढ़ें इस पर पीड़ित ने क्या कहा था
इस घटना के बारे में मृतक टिंपा राय के परिजनों ने बताया कि मंगलवार को मेहनत मजदूरी करने के दौरान महानंदा नदी किनारे एक जहरीले सांप ने उसको डंस लिया. सांप को देखकर युवक काफी आक्रोश हो गया और युवक ने सांप को जिंदा पकड़कर एक डब्बे में भर लिया. इसके बाद युवक ने सांप के साथ आजमनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच गया. जहां जिंदा सांप को देखकर चिकित्सक भी दंग रह गए. वहीं इस मामले की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में लोग भी उस सांप को देखने के लिए पहुंचे थे. इस दौरान युवक से जब सांप को लाने के कारण के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि अगर वह सांप लेकर नहीं आते और चिकित्सक उनसे पूछते कि कौन सांप डसा है तो क्या बताते, इसलिए वह सांप को पकड़कर ही लेकर आए, ताकि सांप को देखकर चिकित्सक उनका इलाज करें.
झाड़ फूंक के चक्कर में गई जान
इस दौरान सर्पदंश से पीड़ित युवक अस्पताल से भाग कर बैद्य नीम हकीम बाबा के पास चला गया. इस दौरान उसे हकीम बाबा द्वारा घंटे तक उसे नीम के पत्ते से झाड़ फूंक किया गया, लेकिन उसकी तबियत बिगड़ती चली गई. पुनः पीड़ित युवक के परिजन उसे आजमनगर सावस्थ केंद्र ले गए. जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए कटिहार सदर अस्पताल भेज दिया जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई.
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