Bihar Election: झामुमो के साथ हो गया बड़ा खेला, अब आगे क्या करेंगे हेमंत सोरेन, इसपर रहेगी नजर


TNP DESK- झारखंड -बिहार की सबसे बड़ी खबर. आखिरकार खेल हो ही गया, झारखंड मुक्ति मोर्चा बिहार में चुनाव नहीं लड़ेगा. अब इसका दूरगामी प्रभाव झारखंड की राजनीतिक सेहत पर कितना पड़ेगा,हेमंत सोरेन कितना कठोर निर्णय लेंगे , यह आने वाला वक्त ही बताएगा. सोमवार को झामुमो ने फैसला लिया कि वह चुनाव नहीं लड़ेगा. आरोप लगाया कि उसे अंतिम समय तक धोखा दिया गया.
दरअसल ,झारखंड मुक्ति मोर्चा बिहार के चकाई, धमदाहा, कटोरिया, मनिहारी, जमुई और पीरपैंती से चुनाव लड़ने की बात कह रहा था. सोमवार को जो लिस्ट जारी हुई, उसमें चकाई ,धमदाहा ,कटोरिया, जमुई, पीरपैंती राजद के खाते में गया है ,जबकि मनिहारी सीट कांग्रेस के खाते में आई है. मतलब साफ़ है कि गठबंधन टूट गया है. इस बीच बिहार में राजद ने अपने 143 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है.
2024 के विधानसभा चुनाव में झारखंड में दलीय स्थिति कुछ इस प्रकार है. झामुमो को 34, कांग्रेस को 16, राजद को चार, माले को दो सीट मिली थी. जबकि भाजपा को 21, आजसू को एक, जदयू को एक, लोजपा को एक सीट मिली थी. जेएलकेएम को भी एक सीट पर सफलता मिली थी. इस दलीय आधार पर अगर कांग्रेस और राजद से झामुमो का गठबंधन टूटा, तो क्या होगा?
इसको लेकर चर्चा शुरू हो गई है. बता दे कि 2019 के विधानसभा चुनाव में राजद को झारखंड में 7 सीट दी गई थी. जिनमे एकमात्र विजय उम्मीदवार सत्यानंद भोक्ता को 5 साल तक कैबिनेट मंत्री बनाए रखा गया था. 2024 के चुनाव में राजद को झारखंड में छह सीट दी थी. 2024 के चुनाव में राजद को 6 सीट दी गई, जिनमें चार उम्मीदवार जीते. फिलहाल एक महत्वपूर्ण विभाग के साथ कैबिनेट के मंत्री राजद कोटे से है.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो
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