रांची(RANCHI): भाजपा का सोशल मीडिया काफी मजबूत माना जाता है, माना जाता है कि इसी सोशल मीडिया का प्रयोग कर उसने राहुल गांधी को पप्पू साबित किया था, लेकिन इस बार भाजपा के लिए सोशल मीडिया की यह सवारी उल्टी पड़ गयी. अब लोग सवाल पूछ रहे हैं कि असली पप्पू कौन?
हेमंत सोरेन सरकार का रेट कार्ड..
— BJP JHARKHAND (@BJP4Jharkhand) June 9, 2023
कोई भी काम कराना है, पैसा दो काम होगा... pic.twitter.com/HdTNQwkQsW
कर्नाटक कांग्रेस की नकल में भाजपा ने जारी किया भ्रष्टाचार का रेट कार्ड
दरअसल झारखंड भाजपा ने कर्नाटक कांग्रेस की नकल करते हुए सोशल मीडिया पर हेमंत सरकार के कार्यकाल में विभिन्न विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार और वसूली का रेट कार्ड जारी किया है. पूर्व सीएम बाबूलाल ने @BJP4Jharkhand उसी रेट कार्ड को रिट्विट भी कर दिया. लेकिन ना तो भाजपा और ना ही बाबूलाल ने इस पर ध्यान दिया कि इस रेट कार्ड में हेमंत सरकार के विभिन्न विभागों के लिए रेट कार्ड के साथ ही केन्द्र सरकार के विभिन्न विभागों का रेट कार्ड भी दर्ज है.
भाजपा ने जारी किया रेलवे का रेट कार्ड
यहां बता दें कि जारी रेट चार्ट के अनुसार रेलवे में ट्रांसफर पोस्टिंग के लिए डेढ़ लाख, स्लीपर सेल में सफर के लिये 100 रुपये, एसी कोच में यात्रा के लिए 200 रुपये, तत्काल टिकट के लिए 500 रुपये लिये जाने का दावा किया गया है. अब सवाल उठता है कि रेलवे किसके अधीन है, यदि रेलवे में इस सीमा तक भ्रष्टाचार व्याप्त है तो भाजपा किस चेहरे के साथ हेमंत सरकार के भ्रष्टाचार को मुद्दा बना रही है. दरअसल हेमंत सरकार को घेरने की जल्दबाजी में भाजपा का सोशल मीडिया टीम उसी पन्ने पर अंकित रेलवे का रेट कार्ड को पढ़ना भूल गयी, और यही गलती पूर्व सीएम बाबूलाल ने दुहरा दिया. जिसके बाद सोशल मीडिया पर इस पर सवाल खड़े होने लगे.
हेमंत सरकार के रेट कार्ड का भी है जिक्र
हालांकि उस रेट चार्ट के अनुसार झारखंड में चरित्र प्रमाण और पासपोर्ट वेरीफिकेशन के लिए पांच सौ रुपया, चोरी के सनहे के लिए 200 रुपये और कोयला गाड़ी की इंट्री के लिए 1000, मारपीट के मामले में हजार और केस डायरी में आठ से दस हजार लिये जाने का दावा किया गया है.
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