'गोदी मीडिया से क्या समझते हैं' कोल्हान यूनिवर्सिटी के सवाल पर सियासत तेज

कुल मिलाकर जब मीडिया अपने दायित्वों के निर्वहन में स्वतंत्र नहीं होकर एक साख सियासी दल की नीतियों को प्रचार प्रसार करता नजर आता है, तो उसे गोदी मीडिया कहा जाता है. यही कारण है कि यह एक विवादित विषय है. क्योंकि कई बार इन मीडिया घरानों के द्वारा यह स्थापित करने की कोशिश की जाती है कि उनकी कोशिश महज एक निर्वाचित सत्ता के साथ सहयोग करने की है. इसे राष्ट्रसेवा की रोशनी में भी देखा जा सकता है.  

'गोदी मीडिया से क्या समझते हैं' कोल्हान यूनिवर्सिटी के सवाल पर सियासत तेज