रांची(RANCHI)- छवि रंजन से अपनी पुरानी दोस्ती को याद करते हुए रात के घूप अंधेरे में मुंह पर गमछा लपेट वार्ड में मिलने पहुंचे प्रेम प्रकाश को इस बात का अंदाजा भी नहीं रहा होगा कि ईडी की तीसरी आंख उनकी इस पुरानी दोस्ती की गुपचुप पीछा कर रही है और उन दोनों की पल की पल की खबर रखी जा रही है.
जेल अधिकारियों का दावा सब कुछ नियमों के तहत
हालांकि इस मुलाकात की खबरें सामने आने के बाद बिरसा मुंडा केन्द्रीय कारागार के अधीक्षक हामिद अख्तर और जेलर मोहम्मद नसीम ने सफाई देते हुए केन्द्रीय कारगार में इन दोनों की मुलाकात को वैध करार दिया है, और सब कुछ नियमों के तहत किये जाने का दावा किया है, लेकिन यहां सवाल यह उठ रहा है कि आखिर ईडी की पूछताछ में छवि रंजन ने प्रेम प्रकाश को पहचाने से इंकार क्यों किया था, और अब जेल पहुंचते ही दोनों की एक दूसरे से मिलने की बेकरारी पैदा हो क्यों गयी?
खबर सामने आते ही जेल पर मारा गया था छापा
ध्यान रहे कि पांच मई को जब छवि रंजन को गिरफ्तारी के बाद बिरसा मुंडा कारागार भेजा गया था, तब शाम को मुंह में गमछा लपेट कर प्रेम प्रकाश उनसे मिलने पहुंचा था. इस खबर को सामने आती ही ईडी की गतिविधियां तेज हो गयी थी और उसी दिन कोर्ट से अनुमति लेकर जेल मे छापेमारी कर दी गयी. दोपहर में शुरु हुई यह छापेमारी करीबन दो बजे रात चलती रही.
मिलते गये सबूत दर सबूत
छापेमारी में ईडी के हाथ सबूत दर सबूत मिलते चले गयें, सबूतों के इस पिटारे को देख जेल अधिकारियों के हाथ पैर फूलने लगे, दोनों की मुलाकात को नकारने का कोई विकल्प नहीं देख, अब अधिकारियों के द्वारा दोनों की मुलाकात को कानून संगत बताया जा रहा है, सब कुछ नियमों के दायरे में बताया जा रहा है.
जेल अधीक्षक और जेलर को समन भेजे जाने की तैयारी
लेकिन इस बीच खबर यह आ रही कि ईडी दोनों की इस मुलाकात को काफी गंभीरता से ले रही है, यही कारण है कि अब ईडी के द्वारा जेल अधीक्षक और जेलर को समन भेजे जाने की तैयारी की जा रही है, जल्द ही समन भेजा जा सकता है.
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