रांची(RANCHI)- बिरसा मुंडा केन्द्रीय कारगार में निलंबित आईएएस छवि रंजन के वार्ड में प्रेम प्रकाश की गुपचुप मुलाकात के आरोपों पर पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने तंज कसते हुए लिखा है कि ईडी की कैद में रहकर पंकज मिश्रा रिम्स में बैठकर सरकार चलाता था, रात के अंधेरें में पुलिस प्रशासन और राज्य के दूसरे बड़े अधिकारी पंकज मिश्रा के दरबार में हाजिरी लगाते थें और अब मुख्यमंत्री लूट मंडली के नवरत्न और बिरसा मुंडा केन्द्रीय कारागार का कैदी और सुपर दलाल प्रेम प्रकाश रात के अंधेंरे में जेल मैनुअल की ऐसी-तैसी कर तीसरा कैदी आईएएस छवि रंजन से मुलाकात करता है और हमारा “होनहार मुख्यमंत्री” हेमंत सोरेन को ये सब पता ही नहीं रहता. ये सब जानकर भी वो कुछ नहीं कर पाता, टुकूर-टुकूर देखता रहता है. समझ में नहीं आ रहा कि ये झारखंड का मुख्यमंत्री है या दलाल, बिचौलिया, लुटेरों का चपरासी. बेशुमार धन-लालच के चलते सोरेन परिवार को आगे न जाने और कितने बुरे दिन देखने होंगे?
मुख्यमंत्री हेमंत जी, याददाश्त ठीक कर याद करिये। झारखंड की सत्ता सँभालते ही राजधानी राँची जैसे महत्वपूर्ण ज़िले के लिये दलाल प्रेम प्रकाश की पसंद छवि रंजन जैसे दाग़दार, चार्जशीटेड और ज़मानत प्राप्त अफ़सर को डीसी बनाकर ज़मीन नहीं लूटवाया होता तो ये दिन आपको नहीं देखने पड़ते।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) May 16, 2023
पता…
दागदार अधिकारियों को डीसी बनाने का आरोप
दागदार अधिकारियों को डीसी बनाने पर अगले ट्विट में बाबूलाल लिखते हैं कि झारखंड की सत्ता संभालते ही आपके द्वारा सत्ता का दलाल प्रेम प्रकाश की पसंद के दाग़दार, चार्जशीटेड और ज़मानत प्राप्त अफ़सरों को डीसी बनाया गया. यदि इन लोगों को डीसी बनाकर जमीन लूट की शुरुआत नहीं की जाती तो आपको यह दिन देखना नहीं होता.
इस लूट का अकेला किरदार छवि रंजन नहीं
बाबूलाल आगे लिखते हैं कि इस लूट में छवि रंजन अकेला नहीं है. आपकी सरकार के आधा दर्जन से अधिक अधिकारियों के द्वारा दलाल प्रेम प्रकाश को अपना गॉड फादर माना जाता है. इनकी दिन की शुरुआत प्रेम प्रकाश की जी हुजूरी से शुरु होती है. शुक्र मनाईये कि ईडी की पूछताछ में प्रेम दलाल को नहीं पहचानने की नौटंकी करने वाला छवि रंजन ने ये नहीं कह दिया कि वो तो किसी हेमंत सोरेन नाम के जीव को नहीं जानता.
चेहरे सामने आयेंगे, थोड़ा और कीजिये इंतज़ार
ईडी का क़ैदी पंकज मिश्रा रिम्स अस्पताल से सरकार चलाता था। उससे मिलने के लिये ग़ैर क़ानूनी तरीक़े से पुलिस-प्रशासन के अफ़सर रात के अंधेरे में वहाँ लाईन लगाते थे।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) May 16, 2023
मुख्यमंत्री लूट मंडली में नवरत्न समान ईडी के दूसरा क़ैदी सुपर दलाल प्रेम प्रकाश और तीसरा ईडी क़ैदी आईएएस छवि रंजन आपस…
बाबूलाल लिखते हैं कि ऐसे कुछ अफ़सरों की नज़रों में आप से ज़्यादा दलालों की अहमियत थी. क्योंकि ज़्यादा से ज़्यादा पैसे कमाने के चक्कर में आपने सत्ता चलाने का ज़िम्मा इन दलालों, बेईमानों के हवाले कर दिया. सबके चेहरे सामने आयेंगे. थोड़ा और इंतज़ार करिये?
बाबूलाल आगे लिखते हैं कि संतोष बस इस बात की है कि जिन कुछ चोर, बेईमान, लुटेरों को आप कुछ नहीं करते वे सभी “प्रेम के लूट जाल” में फँस कर बारी-बारी से जेल जा रहे हैं और आगे भी न जाने कितने जायेंगे. इससे जो कचड़ा साफ़ हो रहा है उससे झारखंड का कुछ तो भला हो ही जायेगा.
5 मई को बिरसा मुंडा कारागार में छवि रंजन और प्रेम प्रकाश के मुलाकात के दावे
ध्यान रहे कि 5 से 7 मई के बीच सेना जमीन घोटाले के आरोप में छवि रंजन बिरसा मुंडा केन्द्रीय कारागार में बंद थें, दावा किया जाता है कि पांच तारीख की शाम को इसी जेल में बंद प्रेम प्रकाश के द्वारा मुंह पर कपड़ा लपेट कर छवि रंजन से मुलाकात की गयी थी. जिसके बाद ईडी ने बिरसा मुंडा केन्द्रीय कारागार में छापेमारी किया था, अब उसी कथित गुपचुप मुलाकात को लेकर बाबूलाल मंराडी के द्वारा ट्विट दर ट्विट कर सरकार पर तंज कसा जा रहा है.
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