TNPDESK-अभी राजस्थान के चुनावी जंग में प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला होना बाकी है, मैदान जंग में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच होना है, और दोनों ही ओर से अपने अपने जीत के दावे किये जा रहे हैं, लेकिन इस मैदाने जंग में उतारे गये इन सियासी पहलवानों की निजी जिंदगी को लेकर बेहद चौंकाने वाली खबर सामने आयी है. दरअसल कांग्रेस भाजपा की ओर से चार-चार ऐसे प्रत्याशियों को मैदाने जंग में उतारा है, जिनकी दो-दो पत्नियां है, बावजूद इसके इनकी बीवियों को अपने पतियों से कोई गिला शिकवा नहीं है, और इन सबकी पत्नियां चुनावी समर में अपने अपने पतियों के लिए ताल ठोक रही है, और उनके जीत का दावा कर रही है. इन सारी बीवियों का दावा है कि उनके पतियों से बेहतर कोई इंसान नहीं, यदि जनता इनके हाथों में अपना किस्मत सौंपती है, तो उनका भविष्य उज्जवल होने वाला है. सुख समृधि की बहार बहने वाली है. कई ऐसे प्रत्याशी भी हैं, जिन्होंने अपनी पत्नी के नाम के आगे ए बी और सी लिखा है.
प्रतापगढ़ की सीट पर कांग्रेस भाजपा दोनों प्रत्याशियों के पास दो दो बीबी
लेकिन सबसे अधिक रोचक मुकाबला प्रतापगढ़ सीट पर है, यहां कांग्रेस भाजपा दोनों के ही प्रत्याशियों का दो दो पत्नियां है. यहां से पूर्व मंत्री नंदलाल मीणा के बेटे हेमंत मीणा भाजपा के प्रत्याशी है, इनके पास सारिका मीणा और संगीता मीणा नामक दो दो पत्नियां है, दोनों के पास दो-दो सोने की चेन, 4-4 अंगूठी और गले के 2-2 हार हैं. लेकिन इनके सामने कांग्रेस ने भी जिस रामलाल मीणा को मैदान में उतारा है. वह भी किसी भी पैमाने पर हेमंत मीणा से कमतर नहीं है. इनकी भी दो पत्नियां हैं, एक गेंदा देवी और दूसरी इंद्रा देवी. गेंदा देवी के पास के पास 1 लाख 25 हजार रुपए नकद और 30 तोला सोना जबकि इन्द्रा देवी के पास 35 तोला सोना और तीन किलो चांदी के जेवरात. इस वक्त इंद्रा देवी प्रतापगढ़ की जिला प्रमुख भी है.
कहानी और भी है
अब आगे बढ़ते हैं, दो दो बीबी वाले दूसरे प्रत्याशियों पर नजर डालते हैं. किशनपोल विधान सभा से कांग्रेस प्रत्याशी 53 वर्षीय अमीनुद्दीन कागजी को भी दो पत्नियां है, एक पत्नी रेशमा गृहिणी है तो दूसरी पत्नी मोनिका शर्मा व्यापार संभालती हैं, दोनों ही पत्नियां एक ही घर में भरपूर लाड़ प्यार से रहती हैं. कभी भी किसी बात को लेकर दोनों के बीच कोई तकरार नहीं हुई, मोनिका शर्मा कागजी के दो बेटे और दो बेटियां हैं, तो रेशमा को चार बच्चे हैं. तीसरा मामला वल्लभनगर सीट से भाजपा प्रत्याशी उदयलाल डांगी का है. उदयलाल डांगी के पास बाबड़ी और डाली नाम की दो पत्नियां है. बाबड़ी गृहणी हैं तो डाली एक सफल किसान. दोनों ही पत्नियों के पास दस-दस तोला सोना है. ठीक इसी प्रकार झाड़ोल विधान सभा सीट से भाजपा प्रत्याशी बाबूलाल खराड़ी की भी दो दो पत्नियां और पांच बच्चे हैं. मजेदार बात यह है कि बाबूलाल खराड़ी ने चुनावी हलफनामें अपनी दोनों पत्नियों के नाम के आगे ए और बी लिखा है. इनकी पत्नी के पास 1.5 किलो चांदी और दो लाख से उपर का सोना है. इसके साथ ही हजारों एकड़ की जमीन है.
खेरवाड़ा विधान सभा से कांग्रेस प्रत्याशी दयाराम परमार भी पीछे नहीं
लेकिन इस मामले में खेरवाड़ा विधान सभा से कांग्रेस प्रत्याशी दयाराम परमार भी इसमें पीछे नहीं हैं. इनकी एक पत्नी कमला प्रधानाचार्य पद से रिटार्यड हैं तो दूसरी पत्नी अमृता देवी एक कुशल गृहणी, अमृता के पास 10 ग्राम सोना और एक किलो चांदी है, तो कमला के पास 50 ग्राम सोना और 500 ग्राम चांदी, इसके साथ ही सैंकड़ों एकड़ जमीन. इधर बांसवाड़ा जिले की घाटोल विधानसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी नानालाल निनामा के पास भी दो दो पत्नियां हैं. एक पत्नी का नाम नाथी तो दूसरी पत्नी का नाम काउडी है, दोनों ही पत्नियों के पास भरपूर सोना चांदी और जेवरात है. इसी बांसवाड़ा की गढ़ी विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी कैलाशचंद्र को भी दो दो पत्नी है, सन्तु और सविता हैं. दोनों के पास दस-दस तोला सोना और तीन-तीन किलो चांदी है. अब सवाल यह है कि जब सामान्य जनता के लिए दो दो पत्नी रखना जुर्म है तो इन सियासतदानों को यह छुट्ट् कहां से मिल रही है.
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