TNP DESK- शरद पवार पैतरों की राजनीति करते हैं, कब क्या और कौन सी चाल चले इसका आकलन दुष्कर कार्य है, जिस बाजी से उनकी अंतिम हार मानी जाती है, वह अपने राजनीतिक पैंतरों से उसी बाजी को जीत में बदल देते हैं, यही कारण है कि आज के दिन कोई भी यह बताने की स्थिति में नहीं है कि शरद पवार के दिल और दिमाग में चल क्या रहा है, और आगामी दिनों में महाराष्ट्र की राजनीति किस दिशा में जाने वाली है, लेकिन इतना तय है कि अजित पवार को कथित रुप से तोड़ कर भाजपा जिस जीत का जश्न मना रही है, यही जीत का जश्न उसके लिए मातम का कारण भी बन सकता है. आज का उसका मास्टर स्ट्रोक कल उसके लिए मास्टर फजीहत का कारण भी बन सका है और वह भी सिर्फ इसलिए की सामने और कोई नहीं शरद पवार खड़ा है.
शरद पवार का आडवाणी बनने से इंकार
ताजातरीन खबर यह है कि जिस शरद पवार को बूढ़ा बताकर छोटे पवार ने भाजपा के साथ राजनीतिक यात्रा की शुरुआत की थी, शरद पवार पर तंज कसते हुए कहा था कि आपकी उम्र अब आडवाणी बनने की हो गयी है. बेहतर होगा कि मार्गदर्शक मंडल की शोभा बढ़ायें और युवाओं को राजनीति में अवसर प्रदान करें.
लेकिन याद कीजिये, भाजपा के मार्गदर्शक मंडली में शामिल आडवाणी का आज कोई खोज खबर लेने वाला नहीं है, वह कोपभवन में अपनी अंतिम गिनती कर रहे हैं, लेकिन यहां शरद पवार पूरे दम खम के साथ ताल ठोक रहे हैं, और आलम यह है कि छोटे पवार मंत्रिमंडल विस्तार के बाद अपने मंत्रियों के काफिले के साथ वाईबी चह्वाण सेंटर की ओर दौड़ लगा रहे हैं, यह वही वाईबी चह्वाण सेंटर हैं, जहां शरद पवार ने अजित पवार के विरुद्ध अपना शक्ति प्रदर्शन किया था. और आज अजित पवार खुद ही उनके सामने नतमतस्तक खड़े हैं.
महाराष्ट्र में हड़कंप
इस खबर को सामने आते ही पूरे महाराष्ट्र में हड़कंप है, इसे शरद पवार का एक और मास्ट्रर स्ट्रोक के बतौर देखा जा रहा है, माना जा रहा है कि महाराष्ट्र की राजनीति ड्रामेबाजी अभी खत्म नहीं हुई है, अभी इसके कई रंग सामने आने हैं, बड़े पवार को अभी छोटे पवार को कई और राजनीतिक प्रशिक्षण देने हैं. यहां बता दें कि इस मुलाकात में अजित पवार के साथ ही प्रफुल्ल पटेल, छगन भुजबल के साथ ही दूसरे सभी बागी विधायक भी थें, सबों ने शरद पवार का पैर पकड़ उनके आशीर्वाद की कामना की, हालांकि खबर यह है कि शरद पवार ने इस पर अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.
4+