रांची- मोदी सरनेम को लेकर अपनी टिप्पणी कारण अपनी संसद की सदस्यता गंवाने वाले राहुल गांधी ने आज अपना सरकारी बंगला खाली कर दिया. आज तुगलक रोड स्थित अपने बंगले की चाबी उनके द्वारा लोकसभा सचिवालय के अधिकारियों को खुद सौंपी गयी.
मोदी सरनेम को लेकर टिप्पणी में खत्म हुई थी सदस्यता
ध्यान रहे कि एक चुनावी सभा में मोदी सरनेम को लेकर उनके द्वारा एक टिप्पणी की गयी थी, जिसे आधार बना कर सूरत की एक कोर्ट में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया था, अदालत ने उस मामले में उन्हे दो वर्ष की सजा का एलान किया था, हालांकि कोर्ट के द्वारा उन्हे एक माह के अन्दर अन्दर उपरी अदालत में अपील करने का वक्त दिया गया था, लेकिन लोकसभा सचिवालय के द्वारा फैसले के 24 घंटे के अन्दर-अन्दर उनकी सदस्यता खत्म करने की अधिसूचना जारी कर दी गयी, इसके साथ ही उनसे सरकारी बंगला खाली करने का भी फरमान भी सुना दिया, जिसके बाद आज उनके द्वारा बंगला खाली कर इसकी चाबी लोकसभा सचिवालय के अधिकारियों को सौंप दी गयी. राहुल गांधी ने चाबी सौंपने के बाद उस अधिकारी के साथ हाथ भी मिलाया. बंगला खाली करने के समय उनके साथ उनकी बहन प्रियंका गांधी और मां सोनिया गांधी भी मौजूद थी.
हम नहीं डरेंगे और अपना संघर्ष जारी रखेंगे
चाबी सौंपने के बाद उन्होंने कहा कि अमेठी का सांसद रहते हुए वर्ष 2004 में उन्हे यह बंगला सौंपा गया था, हिन्दुस्तान की इस महान जनता ने उन्हे 19 वर्षों के लिए यह आशियाना सौंपा, इसके लिए हिन्दुस्तान की अवाम को दिल की गहराईयों से धन्यवाद. हमने सत्य बोलने की कीमत चुकाई है, और आगे भी इसकी कीमत चुकाने को तैयार हूं. जबकि उनकी बहन प्रियंका गांधी ने कहा कि राहुल के बहादूर है, सत्य बोलना उसकी आदत है, वह डरेगा नहीं, अपना संघर्ष जारी रखेगा.
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