रांची(RANCHI):आसमान पर मंडराते काले-काले बादल, सुनसान सड़क और घनी अंधेरी रात और कहीं दूर से आती पीली बल्व की रोशनी के बीच यदि आपको पुलिस की वर्दी देखने को मिले, तो बेहद स्वाभाविक है कि आपके अंदर एक हौसले का संचार होगा, एक हिम्मत आयेगी. वैसे भी आम तौर पर लोग पुलिस की वर्दी देख राहत की ही सांस लेते हैं और यदि रात हो तो तब तो इसके मायने ही कुछ और है. लेकिन तब क्या होगा? जब इस वर्दी में पुलिस नहीं होकर अपराधियों का गिरोह आपके सामने खड़ा हो, और बेफिक्र भाव से उसे अपना संरक्षक मानने की भूल कर बैठें.
यह कोई कल्पना नहीं झारखंड की सच्चाई है
यह कोई कल्पना नहीं, रांची जिले की सच्चाई है. जहां से अब तक कई ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी है, जिसमें अंधेरी रात में पुलिस की वर्दी में ये अपराधी गाड़ियों को रोकवाते हैं और उसके बाद लूट को अंजाम दिया जाता है. मामले की जानकारी देते हुए रांची ग्रामीण एसपी पीयूष पांडे ने बताया कि रांची जिले के मैकलुस्कीगंज थाना क्षेत्र इस तरह की शिकायत मिल रही थी. जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चार अपराधियों को गिरफ्तार किया. इन अपराधियों के द्वारा इसी थाना क्षेत्र में कई ट्रैक्टर और अन्य गाड़ियों की लूट की गयी है. पुलिस की वर्दी में ये पहले गाड़ियों को रुकवाते थें और उसके बाद एयर गन का डर दिखा कर गाड़ी लेकर फरार हो जाते थें, सभी अपराधी लातेहार जिले के हैं. इन्ही अपराधियों के द्वारा हजारीबाग, रांची और लातेहार में कई घटनाओं को अंजाम दिया गया था. कई बार इनके निशाने पर सड़क पर गुजरते राहगीर भी बनते थें. लेकिन आखिरकार इन नकली वर्दीधारियों का खेल असली वर्दी के सामने खत्म हो गया.
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