रामगढ़ (TNP Desk) : रामगढ़ थाने की हाजत में युवक अनिकेत की मौत पर एसपी ने पूरी निष्पक्षता से जांच कराई है. इसके बाद दो जमादार और एक मुंशी को एसपी पीयूष पांडे ने निलंबित कर दिया. एसपी पीयूष पांडे ने रविवार को बताया कि रामगढ़ एसडीपीओ परमेश्वर प्रसाद ने मामले की जांच रिपोर्ट सौंपी है. रिपोर्ट के अनुसार थाने में घटना के समय मौजूद पदाधिकारियों ने लापरवाही बरती थी. एसडीपीओ की जांच रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई है कि एएसआई संजय कुमार सिंह, ऑन ड्यूटी ऑफिसर एएसआई उदय यादव और गार्ड कांस्टेबल प्रताप कुमार को ड्यूटी में लापरवाह थे. यदि यह लोग सजगता के साथ पूरा ध्यान रखते तो हाजत में किसी भी तरह का मामला नहीं होता.
सीआईडी को ट्रांसफर हुआ मामला
एसपी पीयूष पांडे ने बताया कि इस प्रकरण की न्यायिक जांच शुरू हो गई है. प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने सीजेएम को इस मामले की जांच करने के लिए अधिकृत किया गया है. पुलिस इस मामले में किसी भी स्तर पर कोताही बरतना नहीं चाह रही है. सारे प्रोटोकॉल के अलावा इस मामले को सीआईडी जांच के लिए भी ट्रांसफर कर दिया गया है. मृतक के परिजनों के प्रति पुलिस प्रशासन की पूरी सहानुभूति है. जांच रिपोर्ट के बाद अगर किसी की भी संलिप्तता सामने आती है तो पूरी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
क्या है पूरा मामला
बता दें कि रामगढ़ थाना क्षेत्र का रहने वाला अनिकेत को पुलिस ने चोरी के आरोप में पकड़ कर हाजत में डाल दिया था. पुलिस हिरासत में युवक को रखे हुए 24 घंटे भी नहीं हुआ तब तक उसकी मौत हो गई. जब पुलिस ने देखा तो पाया कि हाजत में युवक अनिकेत ने फांसी लगा ली है. जब उसे उतारा गया उससे पहले ही उसकी मौत हो गई. घटना की सूचना क्षेत्र में आग की तरह फैल गई. आक्रोशितों ने थाने का घेराव किया. मामला बढ़ता देख अधिकारी ने अतिरिक्त पुलिस बल को तैनात किया. इस घटना को बीते दो दिन भी नहीं हुए उसी दरमियान नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा सहित कई बीजेपी के नेता पहुंचे और मामले की जानकारी ली. वहीं मृतक के परिजनों से मिले. इस दौरान बीजेपी नेता ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाया और हत्या का आरोप भी पुलिस पर लगाया. इसी बीच एफएसएल की टीम भी थाना पहुंच और नमुने को इकट्ठा किया. मामला बढ़ता देख रामगढ़ एसपी ने पीयूष पांडे ने कहा कि पुलिस के अत्याचार नहीं है. युवक ने खुद ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है.
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