पटना(PATNA)- कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के एक फोन कॉल पर सरपट दिल्ली दौड़े नीतीश कुमार का पटना की धरती पर वापस लौटते ही फूल मालों से जोरदार स्वागत हुआ है. हालांकि इस तरह के स्वागत और राजनीतिक प्रचलन से आम रुप से परहेज करते रहे नीतीश कुमार इस भव्य स्वागत से थोड़ा असहज भी दिखें और जब हमारा “पीएम कैसा हो, नीतीश कुमार के जैसा हो”, की नारेबाजी गुंजायमान होने लगी, तब उनके द्वारा इस नारे से परेहज करने को भी कहा गया, उन्होंने कहा कि इस तरह के नारों से परहेज कीजिये, हम तो सिर्फ विपक्ष को एकजुट करने चले हैं. हम किसी भी पद की दौड़ में थोड़े ही हैं. लेकिन मल्लिकार्जुन खड़गे का फोन कॉल,राहुल गांधी, सोनिया गांधी, लालू यादव, केजरीवाल और दर्जनों दूसरे दलों से मुलाकात की खबरें सुन-सुन कर प्रफुल्लित अपने समर्थकों को वह रोक नहीं सके.
बाबा साहेब अम्बेडकर की 132वीं जयंती पर नीतीश को पीएम बनाने की हुई नारेबाजी
यहां बता दें कि आज जदयू कार्यालय में बाबा साहेब अम्बेडर की 132वीं जंयती का भी आयोजन किया जा रहा है, दिल्ली से पटना लौटते ही नीतीश कुमार इस कार्यक्रम में शरीक होने पहुंचे थें. नीतीश कुमार की एक झलक मिलते ही नारेबाजी का दौर शुरु हो गया, फूल मालों की बौछार होने लगी.
इस कार्यक्रम में भीम चौपाल की ओर से एक पोस्टर भी लगाया गया था, जिसमें बड़े बड़े शब्दों में लिखा था कि बाबा साहब का जो सपना रहा अधूरा, नीतीश कुमार कर रहे हैं पूरा. पोस्टर में भीमराव अंबेडकर को विधिकार जबकि नीतीश कुमार को नीतिकार होने का दावा किया गया है.
समाज के हर तबके के लिए होगा काम
इस शोर के बीच नीतीश कुमार ने अपने समर्थकों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि अब जल्द ही सभी विपक्षी दल एक बनैर के तले आने वाले हैं, सबों से बात हो चुकी है. आप सभी लोग निश्चित रहिये, सबकी सहमति से सबकुछ ठीक हो गया है. हमलोग समाज के हर तबका और वर्ग के लिए काम करेंगे, किसी के साथ भी कोई विभेद नहीं होगा, जल्द ही पूरे देश में दौरे की शुरुआत होगी.
नियोजित शिक्षकों के जख्मों पर भी मरहम
इस बीच नीतीश कुमार नियोजित शिक्षकों के जख्मों पर भी मरहम लगाने की कोशिश करते दिखे, उन्होंने कहा कि जल्द ही भारी संख्या में शिक्षकों की बहाली होने जा रही है, अब सिर्फ सरकारी शिक्षकों की ही बहाली होगी, लेकिन पुराने शिक्षकों को भी रखा जायेगा. उनके वेतनमान में भी वृद्धि होगी.
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