Ranchi- गुजरात हाईकोर्ट के द्वारा राहुल गांधी की सजा को बरकरार रखे जाने के विरोध में रांची की सड़कों पर अपना विरोध प्रर्दशन करते हुए झारखंड के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने प्रधानमंत्री मोदी को निशाने पर लिया है.
अलबर्ट एक्का चौक से विरोध प्रदर्शन की शुरुआत करते हुए रामेश्वर उरांव ने कहा भाजपा में राहुल गांधी के सवालों का सामना करने की हिम्मत नहीं थी, यही कारण है कि एक साजिश के तहत उन्हे संसद से बाहर किया गया, जबकि सच्चाई मात्र इतनी है कि राहुल गांधी ने चोर को चोर कहने की हिम्मत की, देश के लूटने वालों को नाम सामने लाने का हौसला दिखलाया. लेकिन देश के लूटेरों को नाम सामने नहीं आये, इसलिए राहुल गांधी को बेमतलब के सवालों में फंसाया गया.
ये भगोड़े चोर हैं या नहीं? जवाब दे भाजपा
राहुल गांधी को जेल भेजने और उनकी सदस्यता रद्द करने के पहले भाजपा को यह सवाल अपने आप से पूछना चाहिए था कि ललित मोदी, नीरव मोदी, विजय मालिया, जतिन मेहता, मेहुल चौकसी जैसे लोग चोर हैं नहीं, भाजपा इस बात का जवाब दे कि ये सारे लोग भगोड़ा है नहीं.
क्या भाजपा राज में चोर को चोर कहना गुनाह है?
क्या यह सत्य नहीं है कि इन भगोड़ों ने देश से अरबों खरबों की संपत्ति की लूट की है और इन्हे देश छोड़ कर भागने में मोदी सरकार ने मदद की है? अब जब इन सारे चारों को मोदी सरकार ने आजाद कर दिया है, तब राहुल गांधी को कटघरे में खड़ा करने की साजिश रची जा रही है? लेकिन भाजपा चाहे जितनी भी कोशिश कर ले राहुल गांधी की आवाज को दबा नहीं सकती. राहुल गांधी ने अहंकारी सत्ता के सामने जनता के हितों से जुड़े सवालों की ज्योति को जलाये रखा है और यह आगे भी जारी रहेगा.
इस विरोध प्रदर्शन के दौरान सैकड़ों कार्यकर्ता भारी बारिश के बीच हाथों में केंद्र के खिलाफ तख्तियां लेकर सड़कों पर मोदी सरकार के विरोध में हुंकार लगाते दिखें.
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