रांची(RANCHI)- ईडी के अधिकारियों ने छवि रंजन प्रसाद के जमशेदपुर स्थित आवास पर नोट गिनने की मशीन मंगवाई है. दावा किया जा रहा है कि उनके मास्टर बेड रुम का स्पेशल सेफ्टी को तोड़ पाना एक मुश्किल काम था. लेकिन उसके टूटते ही नोटों का जखीरा बाहर निकला है, जिसके बाद ईडी के अधिकारियों को नोट गिनने की मशीन मंगवानी पड़ी.
यहां बता दें कि झारखंड में पूर्व खनन सचिव पूजा सिंघल और सीएम हेमंत के पूर्व प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का के बाद अब रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन प्रसाद पर ईडी का कहर टूटा है. छवि रंजन प्रसाद और उनकी पत्नी से जुड़े 22 ठिकानों पर पच्छिम बंगाल, बिहार से लेकर झारखंड में एक साथ छापेमारी की जा रही है.
नामकुम अंचलाधिकारी विनोद प्रजापति, बड़गाई सीओ भानू प्रताप भी ईडी की चपेट में
पूर्व डीसी छवि रंजन के साथ ही नामकुम अंचलाधिकारी विनोद प्रजापति, बड़गाई सीओ भानू प्रताप, जमीन कारोबारी अशरफ खान उर्फ चुन्नू खान सहित कई जमीन कारोबारियों पर भी यह छापेमारी एक साथ की जा रही है.
सेना की जमीन की खरीद-बिक्री से जुड़ा है यह मामला
यहां बता दें कि यह मामला सेना की जमीन की बिक्री और उस पर अवैध कब्जे से जुड़ा हैं, सिरमटोली स्थित 3.07 एकड़ की यह जमीन कारोबारी विष्णु अग्रवाल के द्वारा महुआ मित्रा और संजय कुमार घोष से खरीदी गयी थी, दावा किया जाता है कि इस जमीन की खरीद-बिक्री में छवि रंजन की भी भूमिका थी. माना जा रहा है कि अब ईडी इसी एंगल से इसकी जांच कर रही है.
कारोबारी विष्णु अग्रवाल से पहले ही हो चुकी है पूछताछ
इस मामले में कारोबारी विष्णु अग्रवाल से ईडी पहले ही पूछताछ कर चुकी है. अब उससे प्राप्त सूचना के आधार पर पूर्व डीसी रंजन, नामकुम अंचलाधिकारी विनोद प्रजापति, बड़गाई सीओ भानू प्रताप, जमीन कारोबारी अशरफ खान उर्फ चुन्नू सहित कई दूसरे जमीन काराबारियों पर छापेमारी की जा रही है.
पहले भी लग चुका है सरकारी पेड़ों की बिक्री का आरोप
छवि रंजन के खिलाफ यह कोई नया मामला नहीं है, इसके पहले ही उन पर रांची का डीसी रहते हुए सरकारी पेड़ों की बिक्री का आरोप लगा है. वर्ष 2016 में उन पर रांची का डीसी रहते हुए डाक बंगला परिसर में स्थित सागवान शीशम और दूसरे बेशकीमती सरकारी पेड़ों की बिक्री का आरोप है.
इस बात का खुलासा उनके अंगरक्षक कृष्ण वर्मा ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की पूछताछ में किया था. इस मामले में उनके साथ ही चार लोगों के खिलाफ एसीबी के द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. आईएएस छवि रंजन प्रसाद तत्काल में समाज कल्याण विभाग के निदेशक पद पर तैनात है.
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