Ranchi-लोकतांत्रिक पद्धति और सर्वानुमति से स्वस्थ्य भारत के निर्माण का गुर सीखने झारखंड से जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर, मुम्बई गयी झारखंड के विधायकों की टोली में शामिल भाजपा विधायक सीपी सिंह ने आज “स्ट्रेस मैनेजमेंट इन पब्लिक लाइफ” विषय पर विधायकों को संबोधित किया.
सामाजिक जीवन में किसी भी चीज की अपेक्षा नहीं पाले
सीपी सिंह ने जनप्रतिनिधियों से आग्रह, विग्रह और संग्रह से दूर रहने का आह्वान करते हुए कहा कि आपको अपने सामाजिक जीवन में किसी भी चीज की अपेक्षा नहीं रखनी चाहिए, ज्योंही आपके अन्दर अपेक्षाओं को उदय होता है, आपके जीवन में स्ट्रेस की अंकुरें प्रस्फुटित होने लगती है. आप तनावग्रस्त होने लगते हैं. आप सामाजिक कल्याण के अपने राह से भटक जाते हैं. जनप्रतिनिधियों को ‘कर भला तो हो भला’ की तर्ज पर निरंतर आगे बढ़ने की आदत डालनी होगी.
सामाजिक जीवन में व्यक्तिगत स्वार्थ सबसे बड़ी बाधा
अपने सामाजिक जीवन में मिली सीख से सबक लेते हुए उन्होंने कहा कि आपका व्यक्तिगत स्वार्थ ही आपकी सबसे बड़ी बाधा है. आपको झूठा आश्वासन देने की प्रवृति से दूर रहना होगा, आप सिर्फ वही आश्वासन दें, जो कानून और संविधान सम्मत हो और जिसे आप पूरा करने की हैसियत रखते हों.
जनप्रतिनिधि का फोन कभी भी स्वीच ऑफ नहीं हो सकता
अपना उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी जनप्रतिनिधि का फोन कभी भी स्वीच ऑफ नहीं होना चाहिए, जहां से भी बुलावा आये आपको वहां पहुंचना ही चाहिए, जनता ही आपका भगवान है, और उसकी पूजा ही ईश्वर की पूजा है. यही कारण है कि हमारे क्षेत्र की जनता ने हमें लगातार छह बार विधान सभा तक पहुंचाया.
स्ट्रेस सामाजिक जीवन का अभिन्न हिस्सा
स्ट्रेस सामाजिक जीवन का अभिन्न हिस्सा है. लेकिन जनकल्याण के लिए हमें निरंतर संघर्ष करते रहना होगा, उन्होंने कहा कि हमने “विधायक आपके द्वार कार्यक्रम” की शुरूआत की, हमारा एक ही उद्देश्य था कि अपने क्षेत्र की जनता के साथ रहूं, उनके सुख-दुख में उनके साथ खड़ा रह सकूं, उनकी समस्याओं के निदान में अपना योगदान दे सकूं, लेकिन इस बीच हमें 2019 में इसके लिए मेरे नाम को लिमका बुक और वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल किया गया, हालांकि हमारा उद्देश्य वह नहीं था.
Report Devendra kumar
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