भगवान बिरसा तो बहाना, असली मकसद पांच राज्यों के आदिवासी मतदाताओं को रिझाना, मंच पर बाबूलाल की मौजूदगी से खड़ा हुआ सवाल

प्रधानमंत्री यह भूल जाते हैं कि झारखंड की यह जनता, बिरसा के ये सपूत भाजपा नेता नरेन्द्र दास मोदी के स्वागत में नहीं खड़ा है, ये झारखंडी सूपत तो अपने देश के प्रधानमंत्री के स्वागत में खड़े हैं, लेकिन प्रधानमंत्री यहां जहां कहीं भी जाते हैं, जिस भी कार्यक्रम में शामिल होते हैं, वह  अपनी गरिमा को भूल भाजपा नेता बने रहते हैं, नहीं तो एक सरकारी कार्यक्रम में बाबूलाल की मौजदूगी नहीं होती.  

भगवान बिरसा तो बहाना, असली मकसद पांच राज्यों के आदिवासी मतदाताओं को रिझाना, मंच पर बाबूलाल की मौजूदगी से खड़ा हुआ सवाल