पटना(PATNA)- एक तरफ लाल किले के प्राचीर से पीएम मोदी देशवासियों को आश्वस्त कर रहे थें कि 15 अगस्त 2024 को एक बार फिर से इसी लालकिले की प्राचीर से देश को संबोधित करुंगा, विकास के आंकड़ें पेश करुंगा, दूसरी ओर पटना के राबड़ी आवास पर झंडातोलन के बाद बिहार के पूर्व सीएम और राजद सुप्रीमो लालू यादव बिहार और देश की जनता को इस बात का भरोसा दिला रहे थें कि बहुत हुई मन की बात अब हम आने को हैं तैयार. उनका इशारा इंडिया गठबंधन की सत्ता में वापसी का था, लालू यादव इस बात तो दुहरा रहे थें कि मोदी की पारी अब खत्म हुई, अब देश की जनता बदलाव चाहती है, सत्ता परिवर्तन चाहती है, पिछले नौ वर्षों में देश की जो दुर्दशा हुई, उससे मुक्ति चाहती है, देश में जो बांटने की सियासत हुई, उस सियासत पर विराम लगाना चाहती है.
इंडिया गठबंधन को लेकर लालू यादव काफी आशान्वित
यहां ध्यान रहे कि इंडिया गठबंधन को लेकर लालू यादव काफी आशान्वित है, उनका मानना है कि यह गठबंधन 2024 के लोकसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन को शिकस्त देने में कामयाब होगा, यही कारण है कि इस बीमारी के बावजूद वह बेहद सक्रिय है, और सारे विपक्षी दलों के नेताओं से संवाद को कायम किये हुए है, चाहे शरद पवार हों, या अखिलेश यादव, ममता हो या केजरीवाल लालू हर किसी के सम्पर्क में है.
सितम्बर के पहले सप्ताह में इंडिया गठबंधन की होगी बैठक
यहां यह भी बता दें कि सितम्बर के पहले सप्ताह में इंडिया गठबंधन की मुम्बई में बैठक होने वाली है, माना जा रहा है कि मुम्बई की इस बैठक में सीएम नीतीश को इसका संयोजक बनाया जा सकता है, जबकि सोनिया गांधी को भी महत्वपूर्ण जिम्मेवारी देने की बात कही जा रही है, जबकि लालू से लेकर शरद पवार तक इस समिति का महत्वपूर्ण चेहरा होंगे, दावा किया जा रहा है कि इंडिया गठबंधन की इसी बैठक में सीटों पर भी सहमति तैयार कर ली जायेगी.
काफी रोमांचक हो सकता है मुकाबला
साफ है कि विपक्ष 2024 के महामुकाबले को पूरी शिद्दत के साथ ले रहा है, और इस स्थिति में मुकाबला काफी रोमांचक होने वाला है. जानकारों का मानना है कि विपक्ष की इस तैयारी से भाजपा को कम से कम 150 सीटों को नुकसान हो सकता है, यदि यह प्रयोग संभव रहा तो पीएम मोदी की राह बेहद दुष्कर होने वाली है.
4+