महासंकट में महागठबंधन! 28 अप्रैल को जयप्रकाश वर्मा कोडरमा से निर्दलीय ताल ठोंकने का करने जा रहें एलान

माना जाता है कि अन्नपूर्णा की जीत में  दो लाख यादव जाति के मतदाताओं की अहम भूमिका होती है. इधर कुशवाहा जाति से जुड़े सामाजिक संगठनों के अंदर भी अपने उस अतीत को वापस पाने की झटपटाहट तेज है. उनके द्वारा अपनी सियासी हिस्सेदारी का सवाल खड़ा किया जाने लगा है, इस हालत में यदि जयप्रकाश निर्दलीय अखाड़े में कूदने का एलान करते हैं तो इसका नुकसान विनोद सिंह को झेलना पड़ सकता है.

महासंकट में महागठबंधन! 28 अप्रैल को जयप्रकाश वर्मा कोडरमा से निर्दलीय ताल ठोंकने का करने जा रहें एलान