रांची(RANCHI)- सेना जमीन घोटाले में अमित अग्रवाल और दिलीप घोष की गिरफ्तारी पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पूर्व सीएम बाबूलाल ने कहा है कि अमित अग्रवाल झारखंड की सत्ता का “गॉड फादर” और “सुपर मुख्यमंत्री” के रुप में काम करता था. अपने ट्विटर अकाउंट पर बाबूलाल मरांडी ने लिखा है कि झारखंड की सत्ता को चलाने वाला यह मशहूर बिचौलिया दूसरी बार ईडी के द्वारा गिरफ्तार किया गया है. यदि ईडी सख्ती से इससे पूछताछ करती है तो कई राज सामने आ सकते हैं, कईयों के चहेरे उजागर हो सकते हैं.
उसके हर आदेश को मुख्यमंत्री का आदेश माना जाता था
उन्होंने कहा कि नौकरशारों में उसकी यह दहशत थी कि उसके हर आदेश को मुख्यमंत्री का आदेश माना जाता था. उसके एक इशारे पर नौकरशाह कुछ भी करने को तैयार रहते थें, वह आदेश गलत हो या सही इससे नौकरशाहों पर कोई असर नहीं पड़ता था. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि ईडी को इस बात की जांच करनी चाहिए कि अमित अग्रवाल रांची आने पर कहां-कहां ठहरता था, किन किन लोगों से मिलता था, और वे अफसर कौन थें जो रात के अंधेरे में उससे मुलाकात के लिए लाईन लगाते थें. और किसके इशारे पर उसके स्वागत-सत्कार में दारोग़ा स्तर के अफ़सरों की अघोषित ड्यूटी लगायी जाती थी, यह विशाल पुलिस की फौज कौन लगवाता था. अमित प्रेम की अंगुलियों पर नाचने वाले सिर्फ छवि रंजन नहीं है, जैसे जैसे जांच का दायरा आगे बढ़ेगा अभी कई और छवि रंजन सामने आयेंगे.
झारखंड की सत्ता को चलाने वाला मशहूर बिचौलिया अमित अग्रवाल झारखंड #ED की कार्रवाई में दूसरी बार गिरफ़्तार हुआ है।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) June 8, 2023
गहराई से जॉंच होगी तो न जाने कितने और सफ़ेदपोश चेहरे एवं कई बेईमान पुलिस एवं प्रशासन के नौकरशाह बेनक़ाब होंगे जो दलाल अमित को झारखंड की सत्ता का “गॉड फादर” और “सुपर…
अग्रवाल पर चढ़ा हुआ था सत्ता का नशा
मरांडी ने दावा किया कि अब तो कुछ अधिकारी यह भी कहने लगे है कि अमित अग्रवाल को लूटने और सत्ता चलाने का नशा चढ़ा हुआ था, वह विरोध की हर आवाज को दबाने के लिए मुकदमा करता रहता था, ताकि उसके भय के कारण कोई अपना मुंह नहीं खोले. उन्होंने कहा कि यदि अमित अग्रवाल से सख्ती से पूछताछ की जाय को सारे राज सामने आ सकते हैं. ध्यान रहे कि कल देर रात ईडी ने कोलकोता से सेना जमीन घोटाले में अमित अग्रवाल और दिलीप घोष को गिरफ्तार किया है, जिसके बाद आज उन दोनों को ईडी की विशेष अदालत में पेश किया गया, जिसके बाद दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया, हालांकि ईडी की ओर से दोनों का रिमांड की मांग की गयी थी, लेकिन कोर्ट के आदेश के बाद दोनों को बिरसा मुंडा कारागार भेज दिया गया.
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