रांची(RANCHI): एक हजार करोड़ रुपए के अवैध खनन में अब ED एक जिले के बड़े अधिकारी की गिरफ्तारी कर सकती है.वहीं जिले के SP पर भी शिकंजा कसने की तैयारी में है. अवैध खनन मामले में नया खुलासा हुआ है. जिससे जिले के अधिकारियों की नींद उड़ गई है. ED ने साहिबगंज DC से दो दिनों में 15 घन्टे से अधिक पूछताछ की है. पूछताछ के दौरान DC ने कई राज ED को बताया है. जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की रणनीति बनाने में ED के अधिकारी जुट गए हैं. अवैध खनन में माफियाओं के साथ मिल बैठ कर हिस्सेदारी लेने वाले अधिकारियों की लिस्ट तैयार हो गयी है.
DC ने पूछताछ के दौरान ED को साफ कहा कि जिले के खनन अधिकारी पंकज मिश्रा और दाहू यादव के साथ मिल कर अवैध खनन करा रहे थे. इसके अलावा SP भी पंकज मिश्रा के साथ मिले हुए थे. DMO ही पूरे अवैध खनन का मास्टर माइंड है. जिले में जितने भी अवैध खनन हुए उनसब पर DMO और एसपी का संरक्षण मिला हुआ था.
Dmo रहते हुए विभूति कुमार ने करोड़ो रूपये अर्जित किया है. हर ट्रक पर विभूति का कमीशन बंधा हुआ था. इसके अलावा कही गाड़ी क्रोस करने में कोई पुलिसिया कार्रवाई ना हो इसकी जिम्मेदारी SP साहब उठा रहे थे. DC ने खुद को भले ही ED के सामने निर्दोष बताया है. लेकिन जिले में उपायुक्त से ऊपर कोई नहीं रहता है. यह बात किसी से छुपा नहीं है. इसमें DC की भी संलिप्तता से इनकार नहीं कर सकते है. Dc से पूछताछ के बाद अब ED के अधिकारी उनके जवाब की समीक्षा कर रहे है. इसके बाद जिले के SP को पूछताछ के लिए बुलाने की तैयारी है. वहीं DMO पर जल्द ही शिकंजा कस सकता है.
फेरी जहाज की रिपोर्ट DMO ने बनाया
DC से पानी जहाज डूबने में मामले में ED ने पूछा कि आपकी रिपोर्ट और बिहार के कटिहार DM की रिपोर्ट में अंतर कैसे है. इसपर DC ने कहा कि इस जहाज की जांच DMO ने किया और उन्होंने ही पूरी रिपोर्ट तैयार किया था. उन्होंने सिर्फ इस रिपोर्ट को पेस किया था.
साहिबगंज SP ने नहीं दर्ज किया था केस
पंकज मिश्रा की फेरी जहाज डूबने मामले में अब तक एक भी केस जिले में दर्ज नहीं हो पाया है. केस दर्ज नहीं होने कस पीछे भी SP को जिम्मेवार ठहराया जा रहा है. अगर एक बाइक दुर्घटना ग्रस्त होती है तो तुरंत पुलिस हरकत में आ जाती है.और केस कर दिया जाता है. लेकिन पानी की जहाज डूबी उसपर कई ट्रक लोड थी. लेकिन एक भी केस नहीं किया गया.
Dc से पहले ED दफ्तर में साहिबगंज DMO विभूति कुमार से पूछताछ हो चुकी है. DMO के द्वारा दिये जवाब और DC का जवाब को मिलान किया जा रहा है.DMO ने साफ अवैध खनन की जानकारी से इनकार कर दिया था.लेकिन DC के जवाब के बाद DMO की मुश्किलें बढ़ने वाली है. कुल मिला कर देखे तो साहिबगंज जिले के कई अधिकारियों पर ED जल्द ही शिकंजा कसने वाली है. जिस तरह से कुछ रसूखदार ने जिले के कई पहाड़ को साफ कर दिया है. इस अवैध खनन में संलिप्त पंकज मिश्रा और दाहू यादव को ED ने पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. लेकिन ED इस मामले के जड़ तक पहुंचने की कोशिश कर रही है.
बताया जारहा है कि साहिबगंज में DMO विभूति कुमार पद का दुरुपयोग कर पंकज मिश्रा के साथ मिला कर खुलेआम अवैध खनन कराया है. विभूति से पहले भी कई DMO की पोस्टिंग साहिबगंज में हुई. उन अधिकारी के साथ पंकज मिश्रा और अन्य लोगों का अच्छा संबंध नहीं बन पाया. पूर्व के DMO के कार्यकाल में अवैध खनन नहीं हो पा रहा था. इसी वजह से पंकज मिश्रा ने अपने रसूख का इस्तेमाल कर उन DMO को ट्रांसफर करा दिया था.
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