पटना(PATNA)- मोकामा इलाके का डॉन के रुप में चिह्नित होते रहे बेऊर जेल में बंद पूर्व विधायक अनंत सिंह और उनके ग्यारह साथियों पर जेल प्रशासन के द्वारा प्राथमिकी दर्ज करवायी गयी है, उन पर सुरक्षा कर्मियों के साथ मारपीट करने का गंभीर आरोप है.
अनंत सिंह ने जेल में अपनी हत्या की आशंका प्रकट की
दरअसल कल ही अनंत सिंह ने जेल में अपनी हत्या की आशंका जतायी थी, उनका दावा था कि शनिवार की पूरी रात उनके बैरक का गेट खुला रहा था, इसकी खबर जैसे ही जेल के अन्दर उनके समर्थकों को लगी, उनके समर्थक हंगामा करने लगे, समर्थकों के हंगामें के बीच ही अनंत सिंह धरना पर बैठ गयें, इस बीच प्रशासन उनके समर्थकों को हटाने की कोशिश करता रहा, लेकिन उनके समर्थक सुरक्षा कर्मियों से भीड़ गये. हालात बिगड़ता देख कर तीन बार पगली घंटी भी बजायी गयी, लेकिन इसका कोई असर अनंत सिंह और उनके समर्थकों पर नहीं पड़ा, आखिरकार जेल प्रशासन ने इन सबों को जबरन हटाने का निर्णय लिया, और शक्ति का प्रयोग कर इन्हे इनके बैरक में भेज दिया गया.
पत्नी नीलम देवी ने भी जतायी आशंका
जिसके बाद अनंत सिंह और उनके समर्थकों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी, इस बीच अनंत सिंह की पत्नी और मोकामा से जदयू विधायक नीलम देवी ने अपने पति की सुरक्षा पर चिंता प्रकट करते हुए सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है, सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी देते हुए नीलम सिंह ने लिखा है कि क्या यही दिन देखने के लिए मैं राजद विधायक बनी हूं, राजद को तत्काल इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए.
24 घंटों के अन्दर अन्दर जेल प्रशासन से मांगी गयी रिपोर्ट
इस बीच डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने जेल प्रशासन से 24 घंटों के अन्दर मामले की जांच कर रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है. प्रशासन ने तत्काल 31 हंगामा में शामिल 31 कैदियों की पहचान कर ली है और इन्हे दूसरे जेल में स्थान्तातरित कर दिया गया है. इसके साथ ही जेल की सुरक्षा भी बढ़ा दी गयी है, सभी टावरों पर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती कर चौकस नजर रखी जा रही है.
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