अंधभक्त अपने अंदर के रावण को बाहर निकालें! भाजपा के राम भक्ति के दावे पर तेजप्रताप यादव का तंज

दरअसल वह अपने बयान से यह साफ करना चाहते हैं कि राम सिर्फ भाजपा के नहीं है, यह तो पूरे देश के प्रतीक है, लेकिन भाजपा जिस तरीके से आस्था के इस सर्वोच्च पुरुष को भी अपने वोटों का हथियार बनाना चाहती है, वह जनभावनाओं के साथ एक छलावा है. धार्मिक भावनाओं का सियासी दोहन है.

अंधभक्त अपने अंदर के रावण को बाहर निकालें! भाजपा के राम भक्ति के दावे पर तेजप्रताप यादव का तंज