2024 के पहले भाजपा का आत्मघाती प्रयोग! बाबूलाल की तोजपोशी पर प्रदीप यादव का तंज, कहा वह आदिवासी नहीं सिर्फ भाजपाई नेता

आदिवासी होने मात्र से कोई आदिवासियों का नेता नहीं हो जाता, उसकी राजनीति भी तो आदिवासी मुददों के इर्द गिर्द होनी चाहिए, बाबूलाल इसमें कहां खड़े हैं? कोल्हान हो या संताल आज हर जगह 1932 का खतियान, खतियान आधारित नियोजन नीति, सरना धर्म कोड, पिछड़ों का आरक्षण विस्तार के मुद्दे गर्म हैं, भाजपा को इन मुद्दों पर बात करनी चाहिए और  इन मुद्दों के समाधान  में उसकी क्या भूमिका रही सामने लाने चाहिए.

2024 के पहले भाजपा का आत्मघाती प्रयोग! बाबूलाल की तोजपोशी पर प्रदीप यादव का तंज, कहा वह आदिवासी नहीं सिर्फ भाजपाई नेता