रांची - मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने प्रधान सचिव पद से वंदना दादेल का तबादला कर दिया है.इसके अलावा कई अन्य वरीय आईएएस अधिकारियों का स्थानांतरण हुआ है.
जानिए किनका-किनका हुआ तबादला
गुरुवार की देर शाम कार्मिक विभाग से अधिसूचना जारी हुई जिसमें मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव के पद पर पदस्थापित आईएएस अधिकारी वंदना दादेल का तबादला कर दिया गया है. वंदना दादेल को मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग का प्रधान सचिव बनाया है. इसके अलावा उनके पास महिला एवं बाल कल्याण विभाग का अतिरिक्त प्रभार होगा. इसके अतिरिक्त अपर मुख्य सचिव राजीव अरुण एक्का को अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग का दायित्व दिया है. ग्रामीण कार्य विभाग के प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह को स्वास्थ्य विभाग का अतिरिक्त प्रभार दिया गया. मनीष रंजन का तबादला पेयजल स्वच्छता विभाग से राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में कर दिया गया है. राजेश शर्मा को पेयजल स्वच्छता विभाग का सचिव बनाया गया है. जल संसाधन विभाग के सचिव प्रशांत कुमार को वित्त विभाग का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. झारखंड भवन में स्थानिक आयुक्त के पद पर काम कर रहे मस्तराम मीणा को योजना विभाग का प्रधान सचिव बनाया गया है. श्री कृष्णा लोक प्रशासन संस्थान के निदेशक के श्रीनिवासन को दिल्ली स्थित झारखंड भवन का स्थानिक आयुक्त बनाया गया है. कृपानंद झा को परिवहन विभाग का सचिव बनाया गया है.
वंदना दादेल के तबादले के पीछे का कारण
मुख्यमंत्री की प्रधान सचिव और कैबिनेट विभाग के प्रभार में रही वंदना दादेल का अचानक तबादला चर्चा का विषय बन गया है. वंदना दादेल ईडी से पत्राचार की वजह से भी अभी चर्चा में हैं. अब यह समझ में नहीं आ रहा है कि वंदना दादेल ने ईडी को जिस प्रकार से पत्र भेज कर यह बताने को कहा गया कि किसी भी सरकारी अधिकारी या कर्मी को अगर बुलाया जाता है तो इसका उपयुक्त कारण भी बताना होगा.यह भी तय किया गया कि विभाग से अनुमति लेने के बाद ही कोई सरकारी अधिकारी या कर्मचारी प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी के पास समन के आलोक में जाएगा. सूत्रों के अनुसार यह सब नियम और पत्र का स्वरूप वंदना दादेल ने ही तैयार किया था.ईडी ने वंदना दादेल के पत्र के जवाब में कड़ी चेतावनी दी है.
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