रांची (TNP Desk) : पूर्व केंद्रीय मंत्री व हजारीबाग सांसद जयंत सिन्हा ने राजनीति से सन्यास का एलान किया है. जयंत के एलान से बीजेपी को बहुत बड़ा झटका लगा है. हजारीबाग सांसद ने इसकी जानकारी सोशल मीडिया एक्स पर दी है. इससे पहले दिल्ली के सांसद गौतम गंभीर ने भी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जतायी थी.
बता दें कि जयंत सिन्हा दिग्गत नेता व पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशवतं सिन्हा के बेटे हैं. उन्होंने 2014 में राजनीति में एंट्री ली और 2024 में सन्यास की घोषणा कर दी. जयंत सिन्हा हजारीबाग से लगतार दो बार सांसद रहें हैं. वे बीजेपी के नेता हैं. 2014 में जब पहली बार संसद पहुंचे ने मोदी सरकार ने उन्हें केंद्रीय बनाया.
जयंत सिन्हा ने क्या लिखा
सोशल मीडिया एक्स पर सांसद जयंत सिन्हा ने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से अनुरोध कर राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा की. उन्होंने लिखा कि मुझे मेरे प्रत्यक्ष चुनावी कर्तव्यों से मुक्त करने का अनुरोध किया है ताकि मैं भारत और दुनिया भर में वैश्विक जलवायु परिवर्तन से निपटने पर अपने प्रयासों पर ध्यान केंद्रित कर सकूं. बेशक, मैं आर्थिक और शासन संबंधी मुद्दों पर पार्टी के साथ काम करना जारी रखूंगा.
हज़ारीबाग़ के लोगों की सेवा करने का मिला सौभाग्य : जयंत सिन्हा
मुझे पिछले दस वर्षों से भारत और हज़ारीबाग़ के लोगों की सेवा करने का सौभाग्य मिला है। इसके अलावा, मुझे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा नेतृत्व द्वारा प्रदान किए गए कई अवसरों का आशीर्वाद मिला है. उन सभी के प्रति मेरी हार्दिक कृतज्ञता.
जयंत सिन्हा ने क्यों लिया संन्यास
बता दें कि जयंत सिन्हा हजारीबाग से दो बार से सांसद रहे. पहली बार जब संसद बने तो उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया गया. उसके बाद जब 2019 में वे सांसद बने तो उन्होंने मंत्री नहीं बनाया गया. उसके बाद राष्ट्रपति चुनाव हुआ. चुनाव में उनके पिता दिग्गज नेता यशवंत सिन्हा कूद पड़े. जबकि वे भी पहले एनडीए का नेता हुआ करते थे. अटल सरकार में वे वित्त मंत्र भी थे. राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की ओर से द्रौपदी मुर्मू के नाम का एलान किया गया था. इस दौरान यशवंत सिन्हा ने कई बयान देते हुए दिखे, जिससे उनके बेटे जयंत सिन्हा भी अपनेआप को असुरक्षित महसूस करने लगे. हालांकि राष्ट्रपति चुनाव में जयंत सिन्हा ने अपने पिता को ना वोट देकर द्रौपदी मुर्मू को किया था. वैसे बीजेपी 2024 लोकसभा चुनाव में हजारीबाग से चेहरा बदलने के मूड में थी. इसकी चर्चाएं लंबे समय से हवा में उड़ रही थी. भाजपा के द्वारा प्रत्याशी बदलने से पहले ही जयंत सिन्हा ने राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा कर दी. इधर, हजारीबाग की सीट से ममीष जयसवाल का नाम भाजपा की प्रत्याशी के तौर अभी सबसे आगे चल रहा है. जयंत के हटने से साफ है कि हजारीबाग में भाजपा नया उम्मीदवार होगा.
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