Ranchi-भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल और गोड्डा सांसद निशिकांत के द्वारा सीएम हेमंत के गुमशुदगी के दावे पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने बेहद तंज भरे अल्फाज में कहा है कि गोदी में बालक और नगर में ढिंढोरा, यदि बाबूलाल को साथ बैठकर चाय पीने की बेचैनी है तो इसके लिए वह अपॉइंटमेंट के लेटर भेजें, मुलाकात की उनकी हसरत पूरी कर दी जायेगी. सीएम हेमंत अपने रुटीन वर्क के साथ दिल्ली में हैं, अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं, और इधर मीडिया में बवाल खड़ा किया जा रहा है. इसके साथ ही मीडिया को भी निशाने पर लेते हुए सुप्रियो ने कहा कि मीडिया सच्चाई की स्श्रोत कर और प्रोपगंडा का माध्यम कुछ ज्यादा ही बन गयी है, सब कुछ सूत्रों के हवालें के परोसा जा रहा है, लेकिन किसी के पास भी उस सच्चाई को जानने समझने का वक्त नहीं है, सिर्फ एक पक्षीय रिपोर्टिंग. मीडिया की यह हालत दयनीय और देश के लिए भी चिंता का विषय है.
राज्यपाल को किसी पार्टी का प्रवक्ता नहीं बनने की नसीहत
राज्यपाल के द्वारा राज्य में कानून व्यवस्था का सवाल खड़ा करने पर एतराज खड़ा करते हुए सुप्रियो ने कहा कि राज्यपाल को एक पार्टी के प्रवक्ता बनने के बजाय संवैधानिक प्रमुख के रुप में दायित्वों को निर्वहन करने में अपना समय लगाना चाहिए. किसी राजनीतिक पार्टी का स्टैंड क्या होगा, उसकी रणनीति क्या होगी, उसके मुद्दे क्या होंगे, और उसका एजेंडा क्या होगा, यह राज्यपाल की ओर से तय नहीं होगा. लेकिन राज्यपाल को अपने संवैधानिक दायित्व के निर्वाह से ज्यादा राजनीतिक गतिविधियों में रुचि बढ़ती दिख रही है, और यह चिंता का विषय है.
बाबूलाल और भाजपा सांसद ने निशिकांत ने किया था सीएम हेमंत की गुमशुदगी के दावे
पूर्व सीएम बाबूलाल ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा है कि “ईडी अधिकारियों के डर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी के लापता होने की सूचना न्यूज चैनलों के माध्यम से प्राप्त हो रही है. अगर इस खबर में सत्यता है तो, यह झारखंड के लिए संवैधानिक संकट की स्थिति है। महामहिम राज्यपाल से निवेदन है कि वो मामले का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री को तलब कर जांच एजेंसी से भागने का कारण पूछें. झारखंड की साख और प्रतिष्ठा दांव पर है। अपनी इन हरकतों से हेमंत ने हमारे आदिवासी समाज की प्रतिष्ठा और गौरव को मिट्टी में मिलाने का काम किया है। झारखंड डीजीपी ये जबाव दें कि, मुख्यमंत्री हेमंत सुरक्षा प्रोटोकॉल तोड़कर रात को कैसे बाहर निकल कर भाग सकता है? सीएम की सुरक्षा में लगे कर्मियों को बर्खास्त करें और तत्काल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी को सुरक्षित रूप से हाजिर करें. आखिर एक राज्य का मुख्यमंत्री भगोड़ा कहलाने का पाप कैसे कर सकता है? शर्मनाक!” अभी बाबूलाल के इस बम की गूंज सामने आयी भी नहीं थी कि इस बीच भाजपा सांसद निशिकांत दूबे ने दूसरा बम फोड़ा, सोशल मीडिया पर अवतरित होते हुए निशिकांत दूबे ने लिखा कि “मैंने पहले ही कहा था कि झारखंड सरकार का महाधिवक्ता मेरे झारखंड के आन बान और शान वीर शिबू सोरेन जी के बेटे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी को भगौड़ा घोषित कर देगा. आज मेरी बात सही साबित होती दिख रही है।मीडिया के ख़बरों के अनुसार या तो हेमंत सोरेन जी भाग गए दिल्ली से या तो बीमार हो गए या तो अपहरण हो गया,झारखंड के राज्यपाल जी को उनके सुरक्षा अधिकारी को बर्खास्त करना चाहिए।झारखंड का नाक कट गया.
Big Breaking- दिल्ली स्थित आवास पर ईडी की टीम, लेकिन सीएम आवास में हेमंत की मौजूदगी नहीं
कथित जमीन घोटाले में हेमंत सोरेन से दिल्ली में पूछताछ! सीएम की सहमति या अवसर की तलाश में थी ईडी
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