Gandey By Election:“झारखंड के चप्पे-चप्पे में हेमंत, मैं केवल परछाई” कल्पना सोरेन का छलका दर्द

कौन अन्याय कर रहा है और कौन न्याय के साथ है, जनता के दिमाग में सब कुछ साफ है. झारखंड की जमीन पर क्या चल रहा है, उसको समझने के लिए चुनाव परिणाम का इंतजार करने की जरुरत नहीं है, सिर्फ झारखंड की गलियों से उठती आवाज को ईमानदारी से सुनने की जरुरत है.  

Gandey By Election:“झारखंड के चप्पे-चप्पे में हेमंत, मैं केवल परछाई” कल्पना सोरेन का छलका दर्द