दुमका (DUMKA) : 14 सूत्री मांगों के समर्थन में झारखंड की सहिया इन दिनों आंदोलनरत है. इसी कड़ी में बुधवार को झारखंड प्रदेश स्वास्थ्य सहिया संघ के बैनर तले दुमका जिला की लगभग 3 हजार सहिया सड़कों पर उतरी. फूलो झानो मेडिकल कॉलेज हॉस्पीटल परिसर से सहिया द्वारा विशाल रैली निकाली गई. शहर के विभिन्न मार्गों से गुजरते हुए सहिया समाहरणालय पहुंची. जहां सरकार के खिलाफ जम कर नारेबाजी की गई. सहिया प्रोत्साह राशि के बदले निर्धारित 18 हजार रुपये मानदेय देने की मांग कर रही है. इसके अलावे आकस्मिक मृत्यु पर 50 लाख रुपये बीमा सहित 14 सूत्री मांग शामिल है.
कोरोना काल में दी निस्वार्थ सेवा
सहिया का कहना है कि वर्ष 2007 से सहिया महज 2 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि पर कार्य कर रही है. स्वास्थ्य विभाग की तमाम कार्य सहिया करती है. कोरोना काल में जब परिवार के सदस्य भी अपनों से मुहं मोड़ लिया था. उस वक्त भी सहिया जान हथेली पर रख कर सरकार के निर्देश के अनुरूप कार्य किया. वर्तमान समय मे 2 हजार रुपए से परिवार चलाना कठिन हो रहा है. सहिया प्रोत्साहन राशि के बदले 18 हजार रुपए मानदेय की मांग को लेकर आंदोलन शुरू की है. इस बार आर पार की लड़ाई लड़ी जाएगी. अगर सरकार मानदेय नहीं निर्धारित करती है, तो हड़ताल अनिश्चितकाल तक जारी रहेगा और इसका परिणाम सरकार को आगामी विधान सभा मे भुगतना पड़ेगा. राज्य की 40 हजार से ज्यादा सहिया वर्तमान सरकार को अपदस्त कर भाजपा को सत्तासीन करेगी.
सरकार को हटाने के लिए सड़कों पर उतर सहीया
अक्सर झामुमो द्वारा भाजपा पर सरकार गिराने का आरोप लगाया जाता रहा है. अब राज्य की सहिया भी इस सरकार को हटाने के लिए सड़कों पर उतर गई है. हम कह सकते है कि यह काम आसान नहीं है लेकिन सहिया के इस वक्तव्य से समझा जा सकता है कि सहिया कितनी आक्रोशित है.
रिपोर्ट : पंचम झा, दुमका
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