धनबाद(DHANBAD):आज अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस है. जरूरत है कि इस दिन को एक कोरम की तरह मनाने के बजाय, हर परिवार के लोग मंथन करें. कि ईश्वर के दिए हुए इस महत्वपूर्ण तोहफे का हम उपयोग कैसे कर रहे हैं. क्यों आज परिवार टूट रहे हैं. आत्महत्या करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. बात बात पर लोग सुसाइड कर रहे हैं. आखिर इसकी कोई वजह तो होगी ही. अगर सभी कारणों का आप सिंहावलोकन करेंगे. तो पाएंगे कि जिस परिवार की मजबूती कमजोर होगी. वहां इस तरह की घटनाएं अधिक होंगी.
एकजुट परिवारों में हमेशा सकारात्मक बनी रहती है
जिन परिवारों के सदस्य आपस में एकजुट रहते हैं. घर का सब कुछ मिलजुलकर करते हैं. वैसी जगहों पर ऐसी घटनाएं कम होती है. खुश और एकजुट परिवारों में हमेशा सकारात्मक लहर का संचार होता है. इन परिवारों में यह विचार गहराई से होता है कि एक दूसरे की बात को पूरी तरह सुना जाए. फिर उसका निर्णय किया जाए. सबसे खुशहाल परिवार के सदस्यों की पहली प्राथमिकता परिवार ही होती है. वह जानते हैं कि जीवन के हर क्षेत्र में परिवार का साथ जरूरी है. परिवार का साथ अगर नहीं मिले तो न कोई कैरियर बना सकता है. और ना सामाजिक जीवन सही ढंग से जी सकता है.
मजबूत परिवार सुख और दुख सभी बांटते है
मजबूत परिवार की यह पहचान होती है कि वह सुख और दुख सभी बांटकर चलते है. और यही बांटना उनको एकजुट रखता है. आपकी सफलता इस आधार पर नहीं देखी जाएगी कि आपने कितना धन कमाया है. सफलता इस बात पर देखी जाएगी कि आपका परिवार और बच्चे कितने काबिल बने. आज जो हम और हमारा परिवार करेगा. उसी पर परिवार का इतिहास लिखा जाएगा .शोध बताते हैं कि जो परिवार खुशहाल होता उसके सदस्यों की उम्र लंबी होती है. खराब संबंधों के कारण सेहत भी कमजोर होती है. जिन लोगों का अपने रिश्तेदारों से कम संबंध होता है उनकी सेहत भी खराब होती है. शोध से यह भी खुलासा हुआ है कि जिन लोगों के भाई-बहन हैं उनका मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है.
भाई-बहन के साथ सकारात्मक रिश्ते डिप्रेशन से दूर रखता है
246 परिवारों में भाई-बहनों पर 2015 में हुए अध्ययन में पता चला कि जिन्होंने अपने भाई-बहन के साथ अपने रिश्ते को सकारात्मक माना उनमें डिप्रेशन के लक्षण कम पाए गए. जबकि जो अपने भाई-बहनों के साथ नहीं थे. वो डिप्रेस्ड थे. परिवार यानी सुंदर सपनों का वह समूह जिसके साथ हम जीवन का सफर शुरू करते हैं. हमारी वो पहचान जो अवसरों के द्वार खोलती है. हमारी वह ताकत जो सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रेरित करती है. वह प्रेरणा जो बाहर निकलने के काबिल बनाती है. और हमारी वो परछाई जो कभी साथ नहीं छोड़ती. परिवार ही वह सबसे सुरक्षित जगह है. जहां सबको भरपूर खुशी, उत्साह और सुकून मिलते हैं. हर व्यक्ति के जीवन की पहली पाठशाला परिवार को ही माना जाता है.
world of statistics की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में सबसे कम तलाक होते है
परिवार अपनत्व के साथ ही संबल का ठिकाना होता है. वैसे तो भारतीयों में परिवार जीवन का अहम हिस्सा है. world of statistics की इसी महीने जारी रिपोर्ट के मुताबिक भारत में सबसे कम तलाक होते है .भारत में तलाक दर लगभग 1% है जबकि अमेरिका में 2.5%, ईरान में 14%, मेक्सिको, मिस्र और दक्षिण अफ्रीका में 17%, रूस में तो 73% और यूक्रेन में यह आंकड़ा 70% का है. रिसर्च के मुताबिक परिवार के साथ होने पर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर रहता है. यूरोप में तो कोरोना के बाद परिवार के साथ रहने का चलन बढ़ा है. परिवार से मिलने वाली भावनात्मक मदद बुरे वक्त को आसानी से पार करने में सक्षम बना देती है .आज हर परिवार को अपने अतीत, वर्तमान और भविष्य के बारे में कुछ क्षणों के लिए ही सही चिंतन करने की जरूरत है.
रिपोर्ट- धनबाद ब्यूरो
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