क्या लोबिन की फिरकी में फिर से फंस गये हेमंत, गिरिडीह पहुंचते ही क्यों बदल गयी सीएम हेमंत की भाषा

कल तक पारसनाथ की पहाड़ियों को जैन धर्मावलंबियों का आश्रयस्थल और खुद को जैनियों का सबसे बड़ा चैंपियन बताने वाले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाषा अपने खतियान जोहार यात्रा के साथ गिरिडीह पहुंचते ही अचानक से बदली नजर आ रही है.

क्या लोबिन की फिरकी में फिर से फंस गये हेमंत, गिरिडीह पहुंचते ही क्यों बदल गयी सीएम हेमंत की भाषा