IAS पूजा सिंघल: अर्श से फर्श तक का सफर, जानिए उत्तराखंड की पूजा कैसे पहुंची झारखंड के जेल में

पूजा सिंघल पहले भी ये नाम परिचय का मोहताज नहीं था आज भी ये नाम परिचय का मोहताज नहीं है. बस फरक सिर्फ इतना है कि पहले इस नाम को इस लिए लिया जाता था कि एक होनहार लड़की जिसने मात्र 21 साल की उम्र मे देश के सबसे कठिन परीक्षा आईएएस में अपनी विशिष्ट जगह बना कर देश की सेवा का निर्णय लिया तो वहीं आज पूजा का नाम इस लिए लिया जाता है क्योंकि एक आईएएस ऑफिसर होकर देश सेवा को छोड़ अपनी ही सेवा  में लिप्त होकर भ्रष्ट अधिकारी का तमगा अपना लिया है. 

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