विधानसभा में मंत्री बादल पत्रलेख की गर्जना “हेमंत है तो हिम्मत है” अवैध खनन मामले में रेलवे मिनिस्टर को लिखे गये पत्र का अब तक क्यों नहीं मिला जवाब?

विपक्ष पर बिफरे मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि ‘हेमंत है तो हिम्मत है’. विपक्ष में हिम्मत है तो उस चिट्ठी का जवाब ले आइए जो सीएम हेमंत ने रेल मंत्री को लिखा है. आखिर क्या कारण है कि आज तक रेलवे मंत्री ने सीएम हेमंत के पत्र का जवाब नहीं दिया, उस चिट्ठी में साफ लिखा है कि झारखंड में अवैध खनन के मामले में रेलवे के बड़े अधिकारियों की संलिप्तता थी, उनकी मिलीभगत से झारखंड से अवैध रुप से खनन को बाहर भेजा जा रहा था, लेकिन आज तक ना तो उस चिट्ठी का जवाब आया और ना ही रेलवे के उन अधिकारियों की  भूमिका की जांच की गयी. बावजूद विपक्ष यहां सवाल खड़े कर रहा हैं.

विधानसभा में मंत्री बादल पत्रलेख की गर्जना “हेमंत है तो हिम्मत है” अवैध खनन मामले में रेलवे मिनिस्टर को लिखे गये पत्र का अब तक क्यों नहीं मिला जवाब?