आज भी महक रही और चहक रही हैं सरस्वती पुत्री लता दीदी, पहली पुण्यतिथि पर विशेष

देखते ही देखते 1 साल गुजर गया. हर वक्त उनकी याद आती रही. यह अलग बात है कि अब वह इस नश्वर संसार में नहीं है, लेकिन कौन कहता है कि वह नहीं है. सभी कहते हैं वह यहीं हैं. अपने गीतों के माध्यम से लता दीदी आज भी हमारे बीच हैं और रहेंगी.

आज भी महक रही और चहक रही हैं सरस्वती पुत्री लता दीदी, पहली पुण्यतिथि पर विशेष