रांची (RANCHI): जमाना डिजिटल होता जा रहा पर इस डिजिटल दुनिया के दाग अब समाज के मुंह पर कालिख पोत रहे है. जी हाँ आज झारखंड में चुटिया इलाके में पड़ी पुलिस की रेड में बरामद हुई वो लड़की जिसके गुमसूदगी की रिपोर्ट महीने भर पहले पुलिस थाने में दर्ज कराई जा चुकी थी. रांची सदर की रहने वाली ये 14 वर्षीय किशोरी ने जो कहानी बताई उससे सभी अभिभावक को सचेत हो जाना चाहिए. बता दें आज झारखंड की सुबह शर्मिंदगी लेकर आई. झारखंड की राजधानी रांची के चुटिया इलाके में रांची की ही लड़की के साथ हुई वीभत्स वारदात से झारखंड दहल गया. बता दें 33 दिनों तक लड़की से कराया जाता रहा देह व्यापार. रोज होता रहा लड़की के साथ बलात्कार और कराहती रही लड़की. लेकिन इस चीख को सुननेवाला कोई नहीं था या यूं कहें की रात के वीराने में दबा दी जाती थी उसकी आवाज. इस दर्दनाक घटना से जहां एक ओर रांची के लोगों को दहला दिया है. वहीं रांची की महिलाओं के मन में कई सवाल भी खड़े कर रहा. आखिर कितनी सुरक्षित है झारखंड में अकेली महिला. क्या महिलाओं के लिए बड़ी बड़ी बातें बोलने वाली सरकार अपने ही राज्य की बेटी की चीख इतने दिनों तक नहीं सुन सकी. राजधानी रांची में ये भयानक अपराध होता रहा और दुरुस्त प्रशासन का दावा करनेवाली रांची पुलिस एक अच्छे घर परिवार की गुमशुदा लड़की की खरीद बिक्री का पता ही नहीं लगा पाई. क्या रांची की सड़कों से गश्ती पुलिस पेट्रोलिंग गाड़ियां चलनी बंद हो गई है जो रात के अंधेरे में दलाल लेकर लड़कियों को घूमते रहे लेकन पुलिस की नींद नहीं टूटी . ऐसे कई सवाल हैं जो लोगों के मन में उठ रहे हैं. लेकिन जब इसका जवाब मांगने जाओ तो अधिकारी कन्नी काट जाते हैं. बजते रहता है थाने का फोन कोई उठाने वाला नहीं है. सामने जाने पर अधिकारी व्यस्त होने का बहाना बनाने लगते हैं. सच तो ये है कि इस शर्मनाक घटना के बाद एक कालिख पुत चुकी है रांची पुलिस की साख पर.
कैसे पहुंची लड़की देह व्यापार के दलदल में
बात की शुरुआत होती है तब से जब लड़की फेसबुक पर एक अनजान शख्स गौरव सिंह से मिलती है. इस आभासी दुनिया में लड़की से घंटों चैटिंग और प्यार मोहब्बत के सब्जबाग दिखाकर गौरव लड़की का विश्वास हासिल कर लेता है. लड़की अपने दोस्त गौरव पर खुद से अधिक विश्वास करने लगती है. फिर दीपावली की रात अचानक 8 बजे लड़की अपने फेसबुक दोस्त से मिलने चली आती है वो भी अपने घर से बिना किसी को बताए. यहीं से शुरू होती है लड़की के जीवन की सबसे बुरी घटना. इधर लड़की के पिता पुलिस में एफआईआर करवाते हैं. लेकिन पुलिस यह कह के अभिभावक को टालती रहती है कि ये प्रेमप्रसंग का मामला हो सकता है लड़की भाग गई है. इधर 14 वर्ष की ये किशोरी अपने फेसबुक मित्र से मिलने उसके पास पहुँचती है जिसके बाद उसका दोस्त गौरव उसे अपने अपर बाजार स्थित गोदाम में रखता है और फिर इस लड़की का होने लगता है सौदा. बता दें ये पीड़ित रांची सदर की ही रहनेवाली है. लड़की की माँ इस दुनिया में नहीं है. पिता कमाने वाले है और बाहर रहते हैं. दिनभर लड़की अपने दोस्तों से फेसबुक के द्वारा जुड़ी रहती थी. इसी दौरान लड़की की मित्रता हुई थी रांची के रहनेवाले गौरव से जो कि आलू प्याज का व्यापारी है. और इस आभासी दुनिया में लड़की की दोस्ती बदलने लगती है प्यार में. लड़की अपने विश्वसनीय दोस्त गौरव के पास सब छोड़ कर आ जाती है लेकिन फेसबुक की आभासी दुनिया जितनी रंगीन दिखाई दे रही थी यहां आने के बाद उसे इसकी काली वास्तविकता का पता चलता है. लेकिन तबतक बहुत देर हो जाती है. एक अच्छे सभ्य घर से तालुक रखने वाली 14 वर्षीय किशोरी जबरन धकेल दी जाती है देह व्यापार के दलदल में. जहां रोज रात को लगती थी उसकी बोली .
क्या कहती है पुलिस जानिए क्या है मामला
बरियातू पुलिस ने 6 पन्नों के चार्जशीट में पीड़िता का बयान दर्ज किया है. पुलिस को दिए बयान में पीड़िता ने बताया है कि 24 अक्टूबर की रात फोन कर गौरव ने उसे अपने आलू-प्याज के गोदाम में बुलाया. इसके बाद वह लेकर उसे अपने घर चला गया जहां उसके साथ रातभर रेप किया. 25 अक्टूबर को अपर बाजार स्थित अपना दुकान ले गया और यह कहते हुए एक अंकल के हवाले कर दिया कि जो बोलेंगे वह चुप-चाप करना. थोड़ी देर बाद कार में एक अंकल पहुंचे और उसे अपने साथ लेकर चले गए. अंकल के साथ एक महिला भी मौजूद थी जिसने अपना नाम रिया सिन्हा बताया. इसके बाद कार वाले अंकल ने उसे संत अन्ना स्कूल के आगे कार से उतार दिया. वहां 22-23 वर्ष के उम्र का एक युवक पहले से खड़ा था जो किसी अनजान जगह स्थित अपने कमरे में ले गया. वहां शराब पीने के बाद पहले उसने साथ में डांस किया. फिर जबरन शराब पिलाया और रेप किया. सुबह में कार वाले अंकल इसे लेकर फिर बकरी बाजार के समीप कमरे में पहुंचे और यह कहते हुए चले गए कि आराम कारो रात में फिर जाना होगा. इसके बाद वह समझ गई कि दरिंदा गौरव ने उसे देह व्यापार के धंधे में धकेल दिया है.
पुलिस पर भी उठ रहें है सवाल
महीने बाद पुलिस की रेड में यही किशोरी बरामद होती है और खुलासा ये होता है की रांची की बेटी लुट चुकी है. अब सवाल ये उठता है कि यदि नाबालिग लड़की गायब थी पिछले एक महीने से तो पुलिस ने उसकी खोजबीन क्यों नहीं की क्यों नहीं उसके दोस्तों से पता लगाया या उनकी जानकारी बटोरी. दूसरा सवाल राजधानी रांची जहां गवर्नर हाउस है सीएम हाउस है पुलिस मुख्यालय है वो तमाम बड़े पद के लोगों के ठिकाने है जिनके लिए पुलिस की गश्ती दल हमेशा सड़कों पर तैनात रहती है वहीं उसी सड़क में एक बेटी बेची और खरीदी जाती है और पुलिस को इसका पता भी नहीं चलता. तीसरा सवाल महिलाओं की सुरक्षा के लिए शक्ति एप रघुवर सरकार ने लांच किया था कहां है शक्ति एप कितने लोगों को अबतक इस एप से फायदा मिला है. अब तो लोग भूल चुके हैं कि शक्ति एप होता क्या है. कहीं न कहीं पुलिस वालों की लापरवाही एक बड़ा कारण है की राजधानी रांची में ऐसी घिनौनी वारदात प्रशासन के नाक के नीचे घट जाती है.
इस घटना से लें सबक, हर अभिभावक रखें अपने बच्चों पर नजर
इस घटना के बाद स्कूल कॉलेज में पढ़नेवाली लड़कियों के अभिभावक को सावधान रहने की जरूरत है. आजकल सोशल मीडिया और इसकी आभासी दुनिया को बच्चे किशोर किशोरी नहीं समझ पाते. उम्र के इस दौर में अच्छे बुरे मे भेद कर पाना मुश्किल है. और सामने बैठे भेड़ की ख्याल में भेड़िये के जाल में फँसते चले जाते है. जैसे इस लड़की को फंसा लिया गया. ऐसे में बहुत सावधानी से इस सोशल मीडिया का इस्तेमाल करना चाहिए ताकि कोई आपका गलत फायदा न उठा सके.
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