बिहार(BIHAR): बड़ी खबर बिहार से आ रही जहां पुलिस ने ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो फ़र्जी तरीके से लोगो को नौकरी के नाम पर झांसा देते थे. बता दें ये गिरोह बाकायदा जॉइनिंग लेटर देकर फर्जी ट्रेनिंग तक कराते थे . एक की गिरफ्तारी के बाद एक बड़ा मामला प्रकाश में आया.
कैसे लोग बनते थे इस फर्जीवाड़े का शिकार जानिए
दरभंगा जिला के बेंता ओपी पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से लाखों की राशि ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर दिया . सरगना को गिरफ्तार कर लिया है बेंता ओपी प्रभारी सरवर आलम ने मंगलवार को गुप्त सूचना के आधार पर दरभंगा मेडिकल कॉलेज के पोस्टमार्टम हाउस परिसर के पास से गिरोह में शामिल एक युवक को दबोच लिया. उसकी पहचान बहादुरपुर थाने के ओझौल निवासी राहुल कुमार के रूप में की गई है. उसके पास से कई कागजात, मुहर आदि बरामद किये गये हैं.
जानिए कैसे उत्तर प्रदेश से हो रहा था कंट्रोल
डीएसपी अमित कुमार ने प्रेस वार्ता में बताया कि पूछताछ के दौरान गिरोह के तार उत्तर प्रदेश से जुड़े रहने की बात सामने आई है. पुलिस गिरोह के सरगना की तलाश कर रही है. पूछताछ में राहुल ने नौकरी देने के नाम पर लाखों की ठगी करने की बात स्वीकार कर ली है. उसने पुलिस को बताया कि वह डीएमसीएच के छात्रावास में मेस चलाता है। वहां उसकी मुलाकात प्रवेश कुमार सिंह नामक युवक से हुई. प्रवेश ने बताया कि वह उत्तर प्रदेश का रहने वाला है. राहुल ने बताया कि लाखों कमाने के लालच में वह उसके गिरोह में शामिल हो गया. बेंता चौक के रजनीश कुमार के अलावा उसने नौकरी दिलाने के नाम पर कई अन्य लोगों से पैसे लिए. बहरहाल राहुल के हाथ आने के बाद पुलिस को प्रवेश कुमार सिंह के अलावा गिरोह के अन्य ठगों की सरगर्मी से तलाश है. हालांकि यह बात तय है कि लोगों को चूना लगाने वाला शातिर गिरोह पुलिस के हत्थे चढ़ गया है.
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