टीएनपी डेस्क(TNP DESK): दोस्त की कई कहानियां और कई फिल्म बनी है.किस तरह से दोस्त अंतिम समय तक अपने जिगरी दोस्त का साथ निभाता है. चट्टानी एकता के साथ हर आफत का सामना करता है. दोस्त के साथ हर दिन चाय की टपरी पर गपशप होती है कई मुद्दों पर बहस होती है. लेकिन फिर वापस गले मिलकर तमाम गिले शिकवे दूर कर लेता है.
अपने दोस्त की चिता की आग से जलाया सिगरेट
लेकिन अगर दोस्त की मौत हो जाए जिसके साथ चाय की टपरी पर गपशप होती थी.चाय सुट्टा चलता था तो दोस्त इतना टूटा और अपने दोस्त की चिता में जब शामिल हुआ, तो वह गोल्ड फ्लैक सिगरेट का डब्बा लेकर पहुंचा. उसके चीता की आग से सिगरेट जलाया और सबके सामने पीने लगा.इसे देख मृतक के अन्य दोस्त भावुक हो गए,तो कई लोग आश्चर्य में पड़ गए और सवाल खड़ा किया कि आखिर ऐसे मौके पर सिगरेट जलाकर पीने का क्या औचित्य है. यह कोई कहानी या फिल्म के स्क्रिप्ट नहीं है बल्कि एमपी के गुना में कुछ ऐसा ही देखने को मिला है.
सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रहा यह मामला
एमपी के गुना में जलती चिता के साथ सिगरेट पीने का मामला काफी सुर्खियों में बन गया.एक दिन पहले रात 9:00 बजे चिता के पास युवक सिगरेट लेकर पहुंचा था,मृतक अश्विनी की मौत हार्ट अटैक से हुई थी.वह सिगरेट का काफी शौकीन था.उसकी मौत के बाद दोस्त उसकी चिता पर सिगरेट लेकर पहुंचा और सिगरेट जलाकर पीने लगा.इस मामले में उसने बताया दोस्त सिगरेट पीने का आदि था हर दिन साथ बैठकर चाय सुट्टा पीते थे. लेकिन रोते हुए कहा कि अब दोस्त दुनिया से चला गया और उसकी आखिरी सफर में आखिरी समय में उसके चिता से सिगरेट जला कर पीने आया था. इसके बाद तो वह कभी दिखेगा ही नहीं.
लोग कर रहे भावुक कमेंट
यह मामला जब सामने आया तो हर तरफ कई लोग भावुक कमेंट पोस्ट कर रहे हैं तो कई लोग सवाल पर उठा रहे हैं कि आखिर कोई चिता के पास सिगरेट लेकर कैसे जा सकता है. उसके मां-बाप पर पहाड़ टूटा था और दोस्त सिगरेट जला रहा था ,तो कई लोग इस मामले को लेकर एक दोस्ती की मिसाल के रूप में देख रहे हैं कि दोस्त वही होता है जो आखिरी समय तक दोस्त का साथ दे और जिसमें वह ऐसा ही किय.भुला नहीं की दोस्त साथ नहीं है उसकी यादें उसके साथ बिताए पल को याद कर आगे की जिंदगी गुजरेगी.
रिपोर्ट. समीर हुसैन