सहरसा(SAHARSA): गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया हत्याकांड में सजायाफ्ता पूर्व सांसद आनंद मोहन को शुक्रवार को जेल से बाहर आ गए. आनंद मोहन 15 दिनों के पैरोल पर जेल से बाहरआए हैं. आनंद मोहन की बेटी की सगाई है और मां की खराब तबीयत को देखते हुए उन्हें पहली बार 15 दिनों का पैरोल मिला है. आनंद मोहन के स्वागत के लिए पिछले तीन दिनों से उनके समर्थक जेल के बाहर जमे हुए थे. बीते बुधवार को ही उन्हें जेल से बाहर आना था लेकिन कागजातों की कमी के कारण शुक्रवार को 15 दिनों के पैरोल पर आनंद मोहन जेल से बाहर आ गए.
समर्थकों ने किया जोरदार स्वागत
सहरसा जेल के बाहर आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद भी मौजूद थीं. जेल से बाहर आने पर समर्थकों ने आनंद मोहन का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया. बड़ी संख्या में समर्थक सुबह से ही जेल के बाहर मौजूद थे. जैसे ही आनंद मोहन जेल से बाहर आए समर्थकों ने जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी. जेल से बाहर आने के बाद आनंद मोहन ने कहा कि जो हुआ अच्छा हुआ, जो हो रहा अच्छा हो रहा है और जो होगा वह भी अच्छा होगा.
आनंद मोहन 15 दिनों के पैरोल पर जेल से बाहर
गौरतलब है कि गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णय्या हत्याकांड मामले में आनंद मोहन उम्र कैद की सजा काट रहे हैं. अब आनंद मोहन 15 दिनों के पैरोल पर जेल से बाहर आ गए हैं. आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद और उनके बेटे चेतन आनंद फिलहाल आरजेडी में है. चेतन आनंद आरजेडी के विधायक हैं. आनंद मोहन लंबे अरसे से जेल में बंद है और उनको रिहा करने की मांग समर्थकों की तरफ से लगातार उठती रही है. बता दें कि साल 1994 में मुजफ्फरपुर में आनंद मोहन उस प्रोसेशन में शामिल थे, जिसमें छोटन शुक्ला की शव यात्रा निकाली गई थी. इस यात्रा के दौरान गोपालगंज के तत्कालीन डीएम की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में वे दोषी करार दिए गए और उन्हें उम्र कैद की सजा हुई थी. इस सब के बावजूद फिलहाल वे केवल पैरोल पर ही बाहर आए हैं.