TNP DESK- राजधानी रांची में लेट नाइट नशा, ड्रग्स और डांस पार्टियों का ट्रेंड तेजी से बढ़ता जा रहा है. शहर के पॉश इलाकों, फार्महाउसों और निजी गेस्ट हाउसों में रातभर चलने वाली इन पार्टियों ने कानून-व्यवस्था को नई चुनौती दे दी है. स्थिति यह है कि इनमें शामिल युवाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है और ड्रग्स-एल्कोहल का खुले तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि देर रात तक तेज़ गाना, हंगामा, और बाइक कार रेसिंग जैसे खतरनाक स्टंट आम हो चुके हैं. चिंता की बात यह है कि इन पार्टियों में बाहर से भी युवक-युवतियाँ बुलाए जा रहे हैं, जिससे कानून-व्यवस्था के बिगड़ने की आशंका और बढ़ गई है.
पुलिस प्रशासन बना हुआ है अनजान?
अचरज की बात यह है कि आम लोगों की शिकायतों के बावजूद पुलिस और जिला प्रशासन इन गतिविधियों पर कोई कड़ी कार्रवाई करता नज़र नहीं आ रहा. कुछ मामलों में स्थानीय पुलिस को जानकारी देने के बावजूद कोई कार्रवाइ नहीं की जाती है.
कई पार्टियां बिना अनुमति, निजी सुरक्षा कर्मियों और कोड वर्ड सिस्टम के सहारे आयोजित होती हैं, जिससे पुलिस की निगरानी आसानी से चकमा खा जाती है.
कभी भी हो सकती है बड़ी घटना
सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि ड्रग्स और अल्कोहल के नशे में होने वाली अवैध पार्टियां किसी भी बड़े हादसे या अपराध को जन्म दे सकती है. चाहे वह लड़ाई-झगड़ा हो, दुर्घटना हो, या फिर गंभीर अपराध स्पीडिंग वाहन, नशे में ड्राइविंग और अधूरी सुरक्षा व्यवस्थाएँ इन पार्टियों को और भी खतरनाक बनाती हैं.
स्थानीय लोगों ने की ये मांग
स्थानीय लोगों ने ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने और रात में संचालित होने वाले बारों पर प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है. अगर अब भी प्रशासन नहीं जागा, तो कोई भी बड़ी घटना रांची को हिला सकती है.
