टीएनपी डेस्क: ‘मां...’ मां शब्द सिर्फ एक शब्द नहीं बल्कि एक भरोसा है. भरोसा है एक बच्चे का इस दुनिया पर. उसके बच्चे का अच्छाई पर. भरोसा इस बात का कि उसकी मां के रहते हुए उसे कुछ नहीं हो सकता है. उसकी मां का आंचल उसे हमेशा बचा के रखेगा. क्योंकि, इस दुनिया में एक मां ही होती है जो अपने बच्चे की खुशी के लिए कुछ भी कर सकती है. एक मां कभी भी अपने बच्चे के लिए कुमाता नहीं हो सकती है. शायद इसलिए भगवान ने भी अपने से पहले एक मां को दर्जा दिया है.
लेकिन कहते हैं न कि इस कलयुगी दुनिया में कुछ भी हो सकता है. एक मां कब अपने बच्चे की ही दुश्मन हो जाए यह कोई नहीं जानता. हर मां अपने बच्चे को कलेजे से लगा कर रखती है. लेकिन क्या हो जब वही मां फायदे के लिए अपने कलेजे के टुकड़े का ही कलेजा निकाल ले. इस बात पर शायद आप विश्वास नहीं कर पाए. लेकिन ये बात सच है कि एक मां ने अपने ही दुधमुंही बच्ची के कलेजे को निकाल कर उसकी जान ले ली है. ये दिल दहला देने वाली घटना कोई मनगढ़ंत कहानी नहीं बल्कि झारखंड के पलामू में घटित हुई एक सच्ची घटना है. जहां एक मां ने अपनी ममता को ही कलंकित कर दिया है.
ये दर्दनाक घटना है झारखंड के पलामू के हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के खरारपर गांव की. जहां एक मां की ममता अंधविश्वास के हत्थे चढ़ गई. सिर्फ तंत्र विद्या सीखने के लिए इस मां ने अपने डेढ़ साल की बच्ची का कलेजा निकाल कर उसकी बलि देकर भुरभुरी मिट्टी में दफन कर दिया. इससे भी उसका मन न भरा तो ममता की सारी हदें पार कर उसने अपनी ही बच्ची के कलेजे को खा लिया.
ममता को कलंकित करने वाली यह कुमाता खरारपर गांव की महिला गीता देवी है. जिसने अंधविश्वास में आकर अपनी 1.5 साल की बच्ची परी कुमारी की बलि दे दी. मंगलवार की मध्य रात्री में अपने घर से करीब डेढ़ से दो किलोमीटर की दूरी सिकनी बरवाढोड़ा जंगल में गीता अपनी बच्ची के समक्ष नग्न अवस्था में तंत्र मंत्र कर रही थी. इसके बाद उसने अपनी बच्ची की निर्मम तरीके से हत्या कर उसे मिट्टी में दफना दिया. इस घटना को अंजाम देने के बाद वह निर्वस्त्र आपत्तिजनक स्थिति में आधी रात्रि में गांव पहुंची.
वहीं, जब इसकी भनक ग्रामीणों को हुई तो उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी. जिसके बाद पुलिस ने पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तत्काल महिला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इस घटना के बाद से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है. इस घटना ने ममता को शर्मसार कर दिया है. हर व्यक्ति की जुबान पर इस वक्त यही चर्चा है कि आखिर एक मां अपने ही बच्ची की सा ऐसा कैसे कर सकती है. इस घटना ने मां शब्द को ही कलंकित कर दिया है.